सावन में शिव पूजा पर भी कोरोना संक्रमण का साया

जागरण संवाददाता सिरसा सावन मास के पहले सोमवार को शिवालय बोल बम के जयकारों से गूंज उठ

By JagranEdited By: Publish:Tue, 07 Jul 2020 09:11 AM (IST) Updated:Tue, 07 Jul 2020 09:11 AM (IST)
सावन में शिव पूजा पर भी कोरोना संक्रमण का साया
सावन में शिव पूजा पर भी कोरोना संक्रमण का साया

जागरण संवाददाता, सिरसा : सावन मास के पहले सोमवार को शिवालय बोल बम के जयकारों से गूंज उठे। कोरोना संक्रमण से बचाव के प्रबंधों के बीच श्रद्धालुओं ने महादेव की पूजा की और उपवास रखा। डबवाली रोड स्थित सालासर धाम मंदिर में श्रद्धालुओं के शिवालय में प्रवेश पर मनाही रही। पाइप पर लोहे की कीप लगाकर जल को शिवलिग तक पहुंचाया गया। वहीं शहर के अन्य मंदिरों में भी पुजारी व प्रबंधक श्रद्धालुओं को पूजा के दौरान एक दूसरे से निश्चित दूरी बनाकर रखने व मुंह ढककर रखने के निर्देश देते हुए दिखाई दिए। मंदिरों में पहले की अपेक्षा भीड़ भी कम नजर आई। बच्चे व बूढ़े श्रद्धालुओं ने घर में रहकर ही पूजा की।

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सोमवार के प्रथम सोमवार को सुबह सवेरे शहर के विभिन्न शिवालयों में श्रद्धालु पूजा अर्चना करते दिखाई दिए। सालासर धाम मंदिर, शिवपुरी स्थित भूतेश्वर नाथ, नोहरिया बाजार स्थित प्राचीन शनिदेव मंदिर, भादरा बाजार स्थित शिवालय, बाबा तारा कुटिया में स्थित शिवालय में श्रद्धालुओं ने फल, फूल, दूध, नवैद्य इत्यादि अर्पित कर भोलेनाथ की पूजा की। कोरोना संक्रमण को देखते हुए मंदिरों में श्रद्धालुओं को कतारबद्ध होकर निश्चित दूरी पर खड़ा होने के निर्देश दिए गए और श्रद्धालु मुंह पर कपड़ा व मास्क लगाए नजर आए। शहर के अधिकतर मंदिरों व देवालयों में भी कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए निर्देश लिखे बैनर, फ्लैक्स नजर आने लगे है। नोहरिया बाजार स्थित प्राचीन शनिदेव मंदिर में भगवान शिव को जलाभिषेक किया गया। मंदिर में भगवान शिव के महामृत्यंजय मंत्र व शनिदेव के तंत्रोक्त मंत्र का जप किया गया। मंदिर पुजारी योगेश भार्गव ने बताया कि करीब 300 वर्ष बाद दिव्य संयोग बना है इस बार सावन मास में पांच सोमवार है। सावन महीने की शुरूआत सोमवार से हुई है और संपन्न भी सोमवार को होगा। सावन महीने में अमावस्या भी सोमवार की है। -------------

श्रद्धालु न जाएं हरिद्वार, होगी कार्रवाई

उत्तराखंड सरकार द्वारा कोरोना महामारी के चलते कावड़ मेले पर रोक लगाने के बाद जिला प्रशासन की ओर से श्रद्धालुओं को निर्देश दिए गए है कि वे हरिद्वार से कावड़ मेले में न जाएं। इसके बावजूद यदि कोई व्यक्ति हरिद्वार जाता है तो वहां की सरकार व प्रशासन द्वारा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और उसे वहां 14 दिन के लिए क्वारेंटाइन कर दिया जाएगा जिसका खर्च भी उसी व्यक्ति से वसूल किया जाएगा। यह जानकारी देते हुए उपायुक्त रमेश चंद्र बिढ़ान ने आमजन से अनुरोध है कि वे अपने व दूसरों के स्वास्थ्य को खतरे में न डालें और कावड़ मेले में जाने का कार्यक्रम न बनाएं। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार भी राज्य की सीमा पर यह सुनिश्चित करेगी कि प्रदेश के किसी भी जिले का कोई व्यक्ति हरिद्वार न जाए। ऐसा प्रयास करने वालों से सरकार द्वारा सख्ती से निपटा जाएगा।

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