आउट आफ स्कूल बच्चों का डाटा खंगाल रहा विभाग
आउट आफ स्कूल बच्चों को लेकर शिक्षा विभाग के आला अधिकारी असमंज
जागरण संवाददाता, सिरसा : आउट आफ स्कूल बच्चों को लेकर शिक्षा विभाग के आला अधिकारी असमंजस की स्थिति में है। विभाग द्वारा आउट आफ स्कूल बच्चों का सर्वे कर बजट मांगा। जिस पर मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने आउट आफ स्कूल बच्चों को पढ़ाने के लिए बजट जारी कर दिया गया। कोविड 19 को लेकर दूसरे प्रदेशों से आए श्रमिकों के बच्चे चले गये। जिससे अब आउट आफ स्कूल बच्चे नहीं मिल रहे हैं। प्रदेश में 29097 आउट आफ स्कूल बच्चों को पढ़ाने के लिए 1262 लाख रुपये का मिला।
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अब 300 बच्चे ही दिखा रहा है पोर्टल पर
मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने आउट आफ स्कूल बच्चों का प्रबंध पोर्टल पर डाटा मांगा। जिसमें सिरसा जिले में 1649 आउट आफ स्कूल बच्चों में से 300 बच्चे ही दिखा रहा है। विभाग ने बच्चों को पढ़ाने के लिए 71 लाख रुपये का बजट भी जारी किया हुआ है। विभाग द्वारा 1649 बच्चों के हिसाब से बजट जारी किया गया है। जिन्होंने आर्थिक अभाव या अन्य किसी वजह से बीच में ही पढ़ाई छोड़ दी थी। बच्चों की कम संख्या होने पर अब विभाग के अधिकारियों को परेशानी झेलनी पड़ रही है।
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बच्चों को पढ़ने के लिए की गई शिक्षा वालंटियर की नियुक्ति
स्कूलों से आउट आफ स्कूल बच्चों को पढ़ाने के लिए शिक्षा वालंटियर की नियुक्ति की गई है। हरियाणा स्कूल शिक्षा परियोजना परिषद ने जिले में 66 शिक्षा वालंटियर रखे हैं। जिले में खंड बड़ागुढ़ा, डबवाली, ऐलनाबाद, नाथूसरी चौपटा, ओढ़ा, रानियां व सिरसा में विशेष प्रशिक्षण बच्चों को पढ़ाने के लिए 66 विशेष प्रशिक्षण केंद्र खोले जाएंगे। एक सेंटर पर 25 से अधिक बच्चों को पढ़ाया जाएगा। बच्चों का पढ़ाने का टाइम भी बच्चों की सुविधा अनुसार रखा जाएगा।
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आउट आफ स्कूल बच्चों का सर्वे करवाया गया। उस समय 1649 बच्चे थे। अब कई बच्चे दूसरे प्रदेशों में चले गये हैं। आउट आफ स्कूल बच्चों का वेरिफिकेशन कर रहे हैं। प्रबंध पोर्टल पर अभी कम संख्या में बच्चे दर्शा रहा है। पोर्टल पर 28 सितंबर तक वेरिफिकेशन होने पर बच्चे की संख्या अपलोड हो जाएगी।
- बूटाराम, जिला परियोजना अधिकारी, समग्र शिक्षा अभियान, सिरसा।