चार महीनों से लॉकडाउन है शहर के 50 जिम
सुबह शाम संगीत की धुनों पर एक्सरसाइज करते युवा। शरीर को फिट
जागरण संवाददाता, सिरसा : सुबह शाम संगीत की धुनों पर एक्सरसाइज करते युवा। शरीर को फिट रखने और बॉडी बनाने के लिए शहर के विभिन्न जिमों में उमड़ने वाले युवाओं की भीड़ पिछले करीब चार महीनों से गायब है। शहर के जिमों पर ताले लटके हुए हैं। बाहर प्रशासन के आदेश चस्पा है कि कोरोना संक्रमण में प्रशासनिक आदेशों चलते जिम आगामी आदेशों तक बंद रहेंगे। अनलॉक दो में अधिकतर प्रतिष्ठान धीरे-धीरे खुल रहे हैं। बाजारों में लोगों की आवाजाही भी आम हो गई है परंतु जिम अभी भी बंद है। प्रशासन के ये आदेश जिम संचालकों के गले की फांस बने हुए हैं।
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शहर में हैं 50 जिम
शहर के विभिन्न हिस्सों में करीब 50 जिम है, जिनमें प्रत्येक में 100 से लेकर 150 तक युवा एक्सरसाइज व खुद को फिट रखने के लिए आते हैं। अधिकतर जिम किराये की बिल्डिगों में चल रहे हैं तथा इनका किराया भी भारी भरकम है, किसी जिम का किराया 40 हजार तो किसी का 30। इसके अलावा जिम में एसी, लाइटें, म्यूजिक सिस्टम चलाने, एक्सराइज मशीनों इत्यादि के लिए बिजली की खपत होती है। जिमों का औसतन बिजली का बिल 10 से 15 हजार तक रहता है। जिम में ट्रैनर, स्वीपर को मिलाकर करीब 10 लोगों तक का स्टॉफ रहता है। ऐसे में जिमों के लॉकडाउन के चलते जिम संचालक आर्थिक हानि उठा रहे हैं। चार महीनों से जिम बंद रहने के कारण अधिकतर ग्राहक सुबह पार्कों में सैर कर रहे हैं और घरों पर ही एक्सराइज कर रहे हैं।
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लॉकडाउन ने बिगाड़ दिया शेडयूल
डबवाली रोड पर लालबत्ती चौक स्थित शहीद भगत सिंह जिम के संचालक कुलदीप सिंह का कहना है कि प्रशासन के आदेशों के चलते 15 मार्च से उनका जिम बंद पड़ा है। हर महीने जिम का करीब 40 हजार किराया देते हैं। हर महीने बिजली बिल भी आ रहा है। जिम में कार्यरत स्टॉफ को भी वेतन देना पड़ रहा है। जिम में एक्सराइज करने के लिए लोग आ नहीं रहे हैं, जिस कारण उनका कामधंधा ठप हो चुका है। जिम खोलने की अनुमति के लिए प्रशासन से गुहार लगा चुके है, परंतु अभी तक अनुमति नहीं मिली है। लॉकडाउन के चलते अधिकतर जिम संचालकों को भारी नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि जिम संचालक प्रशासन द्वारा निर्धारित सभी नियम मानने को तैयार है, अब देश में अधिकतर दुकानें खुल चुकी हैं तो उनके जिम खोलने को भी अनुमति मिलनी चाहिए।