नप की प्रधानगी को लेकर बिछने लगी बिसात
जागरण संवाददाता, सिरसा : जिला प्रशासन ने सिरसा नगर परिषद के चेयरपर्सन के चुनाव को लेकर होने वाली बैठ
जागरण संवाददाता, सिरसा : जिला प्रशासन ने सिरसा नगर परिषद के चेयरपर्सन के चुनाव को लेकर होने वाली बैठक सात अप्रैल को होनी तय कर दी है। बैठक की घोषणा के साथ ही चेयरपर्सन बनने के चाहवान अनेक पार्षदों ने संपर्क साधना शुरू कर दिया है। नगर परिषद के महिला आरक्षित प्रधान पद के लिए अनेक चेहरे सामने आ रहे हैं और स्थिति एक अनार सौ बीमार वाली आ गई है। सिरसा नगर परिषद में 31 पार्षद है। इनमें भाजपा के नौ, हलोपा के सात पार्षद है। उनके अलावा विधायक गोपाल कांडा व सांसद सुनीता दुग्गल भी मतदान कर सकते हैं। ऐसे में अगर दोनों पार्टी एक राय कर संयुक्त प्रत्याशी उतारे तो उनका पलड़ा भारी रह सकता है। नगर परिषद में कांग्रेस के पांच, राहुल सेतिया गुट के छह, इनेलो के दो और दो आजाद पार्षद है। ऐसे में कुछ भी हो सकता है। चेयरपर्सन पद के चुनाव होने पर नए प्रधान का कार्यकाल मात्र छह महीने का ही होगा परंतु यह आने वाले नगरपरिषद चुनाव में अहम हो सकता है। वर्ष 2021 में होने वाले नगर परिषद चुनाव में पार्षदों के साथ साथ प्रधान का चुनाव भी आम जनता ही करेगी। ------------- किग मेकर की भूमिका निभा सकते हैं सेतिया, इनेलो और आजाद पार्षद बेशक नगर परिषद में बड़ी संख्या भाजपा हलोपा की है परंतु चुनाव में राहुल सेतिया, इनेलो और आजाद पार्षद भी अहम भूमिका निभा सकते हैं। एक वोट भी इधर उधर होने पर परिस्थितियां बदल सकती है। चुनावी तिथि की घोषणा होने के साथ ही राजनैतिक दल पार्षदों के दिलों की टोह लेने लगे हैं। शुक्रवार को नगर परिषद कार्यालय में भी पार्षदों के बीच यहीं मंथन चलता दिखाई दिया कि कौन किसके खेमे में जाएगा। नगर परिषद सूत्रों के मुताबिक अभी तक कांडा का पलड़ा भारी नजर आ रहा है। भाजपा में प्रधान पद के लिए चार से पांच पार्षद दावेदारियां जता रहे हैं। भाजपा में एक नाम पर सहमति नहीं बन पा रही है। बताया जाता है कि 21 मार्च को गोपाल कांडा सिरसा पहुंचकर पार्षदों की बैठक लेंगे। उधर दूसरी तरफ राहुल सेतिया, अभय सिंह व अशोक तंवर मिलकर नए समीकरण बना सकते हैं।