विद्यार्थी बोले, पराली न जलाने के अभियान में बनेंगे सहभागी, आमजन को करेंगे जागरूक
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय अलीकां में विद्यार्थियों को पर्यावरण
जागरण संवाददाता, सिरसा :
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय अलीकां में विद्यार्थियों को पर्यावरण संरक्षण के लिए जागरूक किया गया। दैनिक जागरण के पराली नहीं जलाएंगे, पर्यावरण बचाएंगे अभियान के तहत स्कूल में सेमिनार आयोजित कर विद्यार्थियों को पराली न जलाने के लिए आमजन को प्रेरित करने की शपथ दिलाई।
इस अवसर पर प्रवक्ता देवेंद्र सिंह व पुनीत कुमार ने विद्यार्थियों को पर्यावरण संरक्षण के लिए अपने आसपास व परिजनों को पराली न जलाने तथा पराली प्रबंधन के तरीके अपनाने के लिए जागरूक किया। उन्होंने बताया कि पराली जलाने के बाद उठने वाले धुएं से वायु प्रदूषण ही नहीं फैलता इससे उठने वाले धुएं से अनेक बार सड़क हादसे भी हो जाते हैं। इस दौरान बच्चों को पराली नहीं जलाएंगे, पर्यावरण बचाएंगे नारों सहित पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। दैनिक जागरण के बैनर तले बच्चों को जागरूक करते हुए पराली न जलाने के शपथपत्र भी भरे। उन्होंने बच्चों को बताया कि आज के आधुनिक युग में पराली को न जलाकर कृषि यंत्रों की सहायता से भी जमीन को बिजाई के लिए तैयार किया जा सकता है। इससे जुर्माने से भी बचा जा सकता है, वहीं पर्यावरण संरक्षण के लिए भी योगदान मिलेगा। इसलिए अपने परिजनों व आम लोगों को जागरूक कर पर्यावरण संरक्षण की मुहिम को सफल बनाने की अपील करें।
पराली जलाने पर जुर्माने का प्रावधान
उपायुक्त के निर्देशानुसार जिला में किसान पराली न जलाएं, इसके लिए नजर रखी जाएगी और किसानों को जागरूक भी किया जाएगा। फिर भी कोई किसान खेतों में धान की पराली जलाते हुए पकड़ा जाता है तो उसके खिलाफ दंड प्रक्रिया संहिता 1973 की धारा 144 द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए कार्यवाही का भी प्रावधान है। जिला की सीमा में फसल अवशेष जलाने पर पाबंदी लगाई है। उन्होंने बताया कि पराली को जलाने से भूमि के मित्र कीट मर जाते हैं जिससे भूमि की उर्वरक शक्ति कम होने से फसल की पैदावार पर भी प्रभाव पड़ता है। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल नई दिल्ली के आदेश अनुसार धान के अवशेष जलाने पर जुर्माने का भी प्रावधान है।