पटरी पर लौटने लगी रोडवेज व्यवस्था, 3500 यात्री हर रोज कर रहे सफर

जागरण संवाददाता सिरसा रोडवेज बसों को चलाने के एक माह बाद अब व्यवस्था पटरी पर लौटती दि

By JagranEdited By: Publish:Mon, 06 Jul 2020 07:10 AM (IST) Updated:Mon, 06 Jul 2020 07:10 AM (IST)
पटरी पर लौटने लगी रोडवेज व्यवस्था, 3500 यात्री हर रोज कर रहे सफर
पटरी पर लौटने लगी रोडवेज व्यवस्था, 3500 यात्री हर रोज कर रहे सफर

जागरण संवाददाता, सिरसा : रोडवेज बसों को चलाने के एक माह बाद अब व्यवस्था पटरी पर लौटती दिखाई दे रही है। सिरसा डिपो के 25 रूटों पर 40 से अधिक बसों की आवाजाही हो रही है। रोडवेज बसों में हर रोज 3500 के करीब यात्री सवार हो रहे है। जिसके चलते रोडवेज को हर रोज सवा दो लाख की आय हो रही है। बसों में अभी भी यात्रियों की संख्या कम रखने के कारण उसी रूट पर अधिक बसों की आवाजाही हो रही है।

वहीं दूसरी तरफ एक चौथाई प्राइवेट बसों को चलाने की अनुमति देने के चौथे दिन भी पांच ही प्राइवेट बसें यात्रियों को लेने के लिए बस स्टैंड पर पहुंची। जिलेभर में एक माह तक 94 में से केवल 24 बसें चलाने की ही अनुमति दी है लेकिन प्राइवेट बस चालकों की ओर से केवल चार से पांच बसों को ही चलाया जा रहा है। बसों के कम चलने को लेकर सहायक आरटीए शमिद्र सिंह ने संज्ञान लिया है। अधिकारी सोमवार को बस ऑपरेटर एसोसिएशन पदाधिकारियों की बैठक कर मामले की जानकारी लेंगे। जिसमें निजी बस चालकों से बसें नहीं चलाने का कारण जाना जाएगा।

25 रूटों पर चल रही रोडवेज की 40 बसें

रोडवेज डिपो की 40 से अधिक बसें अंबाला, रोहतक, हिसार, फतेहाबाद, नोहर-भादरा, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, गुरुग्राम, पंचकूला व ग्रामीण रूट बणी, रोड़ी, अंबाला, ऐलनाबाद, रानियां- डबवाली व खारियां सहित 25 मार्गों पर संचालित हैं जबकि चंडीगढ़ जाने वाली बस पंचकूला तक सीमित है। इसके अलावा बिना टाइम टेबल के बसों का संचालन भी एक बड़ा कारण है, रोडवेज की ज्यादातर बसें ग्रामीण रूटों पर बिना किसी निर्धारित समय के फेरे लगाती हैं।

अनलॉक के बाद अब हर रोज 3500 के करीब यात्री बसों में सवार हो रहे है। ऐसे में सवा दो लाख के करीब आय हो रही है। यात्रियों की जांच करने के बाद ही बसों में सवार करवाया जा रहा है। दूसरे राज्य से आने वाले यात्रियों की गहनता से जांच की जा रही है।

राकेश कुमार, यातायात प्रबंधक, डिपो सिरसा

लॉकडाउन के बाद 25 फीसदी प्राइवेट बसों के संचालन बारे मुख्यालय से निर्देश हैं। पहले सप्ताह 24 बसे चलाने के आदेश है। जिसके पश्चात अन्य बसों को चलाया जाएगा। बसें कम चलने को लेकर बस ऑपरेटर एसोसिएशन की बैठक बुलाई जाएगी। जिसमें बसें नहीं चलाने के कारण पूछे जाएंगे और समस्याओं के समाधान करने का प्रयास करेंगे। शमिद्र सिंह, सहायक आरटीए सचिव, सिरसा।

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