दिल्ली कूच को लेकर किसानों का जनसंपर्क अभियान जारी
काले कानूनों को निरस्त करवाने के लिए लड़नी होगी लंबी लड़ाई भारूखेड़ा जागरण संवाददाता
काले कानूनों को निरस्त करवाने के लिए लड़नी होगी लंबी लड़ाई: भारूखेड़ा
जागरण संवाददाता, सिरसा : केंद्र सरकार द्वारा पारित तीन कृषि कानूनों के विरोध में शहीद भगत सिंह स्टेडियम में पक्का मोर्चा स्थल पर किसानों का धरना व क्रमिक अनशन बदस्तूर जारी है। सोमवार को भूख हड़ताल पर डा. बलजीत सिंह रंगा, गुरजंट सिंह रंगा, लक्खा सिंह रंगा, दलजीत सिंह रंगा, कुलदीप सिंह पूर्व सरपंच, मेजर सिंह रंगा बैठे। इस मौके पर हरियाणा किसान मंच के प्रदेशाध्यक्ष प्रहलाद सिंह भारूखेड़ा ने कहा कि 26 नवंबर को हरियाणा व पंजाब के लाखों किसान दिल्ली कूच करेंगे। जिसको लेकर गांवों में जनसंपर्क अभियान युद्ध स्तर पर जारी है। उन्होंने बताया कि किसान संगठनों के पदाधिकारी गांव-गांव जाकर किसानों को तीनों काले कानूनों के बारे में जागरूक कर रहे हैं और किसानों से इन बिलों को निरस्त करवाने के लिए सहयोग के लिए दिल्ली कूच में भाग लेने का आह्वान कर रहे हैं। भारूखेड़ा ने बताया कि सोमवार को जिले के दर्जनों गांवों में जनसंपर्क अभियान चलाया गया है और दिल्ली कूच को लेकर किसानों को जागरूक कर व्यवस्था बनाने के लिए संसाधन जुटाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि अभी ये लड़ाई काफी लंबी चलेगी। सरकार जब तक इन तीनों काले कानूनों को निरस्त नहीं कर देती, किसानों का संघर्ष जारी रहेगा। इस मौके पर लहंगेवाला से कुलवीर सिंह प्रगट सिंह, हरदीप सिंह, गुरजंट सिंह, संदीप सरपंच, गांव मत्तड़ से काला सिंह, सतनाम सिंह, सुखवीर सिंह, गांव रोड़ी से बलवीर सिंह, गुरप्रीत सिंह, राजिद्र सिंह, हरदीप सिंह, गांव सूरतियां से मनी, राजा, हरपाल, गांव फग्गू से जसवीर सिंह, जगतार सिंह, डा. फग्गू, गांव रोहण में मनदीप सिंह, रमनदीप सिंह, जग्गी, गांव मलड़ी से नायब नंबरदार, जशन, लाल सिंह, गांव भीवां से डा. जगतार सिंह, बलविद्र सिंह, रणजीत सिंह, गांव थिराज में निर्मल सिंह, कर्म सिंह, गांव अलीकां से जरनैल सिंह, जसपाल सिंह, काला सिंह, लक्खा सिंह, गांव झिड़ी से गुरदीप सिंह बाबा, मंटू सिंह, गांव कुत्ताबढ़ में अंग्रेज सिंह पूर्व सरपंच, जग्गा पंवार, जोगिद्र सिंह, गांव अभोली में गुरपिद्र सिंह, सतिद्र सिंह, हरविद्र सिंह, दलविद्र सिंह, गांव गोबिदपुरा से मनप्रीत सिंह, हरमीत सिंह, राजेश मलिक उपस्थित थे।