फर्जी आरसी मामले में जालसाज को आज अदालत में पेश करेगी पुलिस

गाड़ियों की फर्जी आरसी व चेसिस नंबर बदलकर वाहन रजिस्ट्रेशन कर

By JagranEdited By: Publish:Tue, 26 Jan 2021 05:22 AM (IST) Updated:Tue, 26 Jan 2021 05:22 AM (IST)
फर्जी आरसी मामले में जालसाज को आज अदालत में पेश करेगी पुलिस
फर्जी आरसी मामले में जालसाज को आज अदालत में पेश करेगी पुलिस

जागरण संवाददाता, सिरसा : गाड़ियों की फर्जी आरसी व चेसिस नंबर बदलकर वाहन रजिस्ट्रेशन करवाने वाले गिरोह के सरगना सुनील चिटकारा का चार दिन का रिमांड मंगलवार को पूरा होगा और उसे अदालत में पेश किया जाएगा। पुलिस जालसाज सुनील चिटकारा का दो बार रिमांड ले चुकी है और उसकी निशानदेही पर फर्जी आरसी के मामले में 17 गाड़ियां बरामद की जा चुकी हैं और 500 गाड़ियों की पहचान हो चुकी है।

रिमांड अवधि के दौरान पुलिस उसे अंबाला, यमुनानगर और जगाधरी लेकर गई। पुलिस सूत्रों के अनुसार जगाधरी से सीआइए ने रिकार्ड हासिल कर लिया है। अंबाला और यमुनानगर से कई गाड़ियों की निशानदेही हो गई है जो फर्जी आरसी के सहारे ही आगे बेची गई हैं। इसके अलावा पंजाब के फगवाड़ा में भी कई गाड़ियां बेचे जाने का अंदेशा है।

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फाइनेंस की हुई गाड़ियों को खरीदता था सुनील चिटकारा

सीआइए सिरसा ने 14 जनवरी को तीन गाड़ियां बरामद की जो फर्जी कागजात पर जगाधरी से रजिस्टर्ड करवाईगई। इसके बाद जांच शुरू हुई तो यह बड़ा गिरोह निकला और उत्तर भारत में सबसे अधिक फर्जी कागजात पर गाड़ी बेचने की जानकारी सामने आई। गिरोह का सरगना रोहतक निवासी सुनील चिटकारा निकला। उसी ने पुलिस जांच में बताया कि 50 हजार रुपये देकर जगाधरी में वाहनों का फर्जी कागजात पर पंजीकरण करवाया जाता और फिर इन्हें आगे बेच दिया जाता। फाइनेंस की बरामद गाड़ियों की ऑनलाइन बोली देते और बैंक के फर्जी लेटर पर उसकी कीमत कम दिखाई जाती और उसी अनुरूप उसे आगे बेच दिया जाता। इससे सरकार को फीस कम मिलती और नुकसान होता। इस मामले में यमुनानगर में भी जांच शुरू की और वहां चार कर्मचारियों के खिलाफ केस दर्ज करवाया गया है।

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