चिकित्सक-स्टाफ ने पीपीई किट पहनकर करवाई डिलीवरी, कोरोना पॉजिटिव मां ने दिया स्वस्थ बच्चे को जन्म

डबवाली बेशक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में स्वास्थ्य सुविधाएं वेंटीलेर पर हो। हम

By JagranEdited By: Publish:Sat, 08 May 2021 08:11 AM (IST) Updated:Sat, 08 May 2021 08:11 AM (IST)
चिकित्सक-स्टाफ ने पीपीई किट पहनकर करवाई डिलीवरी, कोरोना पॉजिटिव मां ने दिया स्वस्थ बच्चे को जन्म
चिकित्सक-स्टाफ ने पीपीई किट पहनकर करवाई डिलीवरी, कोरोना पॉजिटिव मां ने दिया स्वस्थ बच्चे को जन्म

संवाद सहयोगी, डबवाली : बेशक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में स्वास्थ्य सुविधाएं वेंटीलेर पर हो। हमारे स्टाफ तथा चिकित्सकों में इतना हौसला है कि उनके आगे कोरोना हार रहा है। मामला गोरीवाला पीएचसी का है। यहां रामगढ़ गांव की गर्भवती महिला को डिलीवरी के लिए लाया गया था। रात करीब साढ़े आठ बजे डा. अमनजोत कौर तथा स्टाफ मनप्रीत कौर तैनात थे। प्रसव पीड़ा शुरू हुई तो महिला तथा स्टॉफ ने पीपीई किट पहन ली। सुबह नौ बजे कोरोना संक्रमित महिला ने सामान्य डिलीवरी से बच्चे को जन्म दिया। एहतियात के तौर पर बच्चे को सिरसा ले जाया गया। वहां उसकी जांच की गई। बच्चे की रिपोर्ट नेगेटिव आई। पीएचसी प्रभारी डा. गौरव अरोड़ा ने बताया कि डिलीवरी से छह दिन पहले ही महिला को पता चला था कि वह कोरोना पॉजिटिव है। मां बनने का हौसला था तो वहीं स्वजनों का साथ। कोरोना पॉजिटिव होने के बाद चिकित्सीय सलाह से कार्य किया।

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11 गांवों में 42 केस, दो दिन में दो की मौत

पीएचसी गोरीवाला के तहत 11 गांव आते हैं जिसमें गोरीवाला, झुट्टीखेड़ा, लंबी, रामपुरा बिश्नोइयां, खुइयांमलकाना, रामगढ़, मटदादू, चकजालू आदि गांव शामिल हैं। 11 गांवों में कोरोना के 42 संक्रमित मामले हैं। झूटीखेड़ा तथा रामपुरा बिश्नोइयां में एक-एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है। दोनों मौत दो दिन में हुई हैं। गांव झूटीखेड़ा का 38 वर्षीय युवक श्रीगंगानगर में एडमिट था। वहीं उसकी मौत हुई। इधर शुक्रवार को रामपुरा बिश्नोइयां के कैंसर पीड़ित की हालत कोरोना से बिगड़ गई। गोरीवाला पीएचसी में लाया गया। ऑक्सीजन स्पॉट पर स्वजन बठिडा ले गए। वहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।

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जांच हो रही कम, इसलिए रिकवरी रेट ज्यादा

गोरीवाला पीएचसी में संसाधनों की बात करें तो ऑक्सीजन बेड की कोई सुविधा नहीं है। इमरजेंसी से निपटने के लिए ऑक्सीजन से भरे तीन सिलेंडर 24 घंटे उपलब्ध रहते हैं। रिकवरी रेट ज्यादा है। बताते हैं कि करीब डेढ़ माह पहले गोरीवाला में कोरोना पॉजिटिव का पहला मामला आया था। करीब 90 मरीज सामने आ चुके हैं। जिसमें 45 ने कोरोना को हराया है। होम आइसोलेशन में किसी की मौत नहीं हुई है। हालांकि हर रोज 30-35 लोगों की जांच होती है। जांच बढ़े तो केस सामने आ सकते हैं।

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शनिवार रात की बात है कोरोना पॉजिटिव गर्भवती को डिलीवरी के लिए अस्पताल में लाया गया था। हम डिलीवरी करने के लिए तैयार थे, परिवार की सहमति की प्रतीक्षा कर रहे थे। परिवार ने हां कही तो हमने डिलीवरी करवाई। जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ हैं। हालांकि बच्चे को निक्कू सिरसा में रखा गया है। उसकी कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव है। सोमवार शाम को महिला को डिस्चार्ज कर दिया गया था।

-डा. गौरव अरोड़ा, इंचार्ज, पीएचसी गोरीवाला।

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