मार्केट फीस भरे बिना राइस मिल में उतरवा लिया धान, जुर्माने सहित अदा करनी पड़ी फीस

शनिवार को गांव सावंतखेड़ा में मसीतां रोड स्थित श्री राइस मिल में पड़ोसी सूबे का धान आने की शिकायत पर प्रशासन में हड़कंप मच गया। एसडीएम राजेश पूनिया के आदेश पर बीडीपीओ रमेश कुमार मार्केट कमेटी सचिव वीरेंद्र मेहता मौका पर पहुंचे।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 17 Oct 2021 07:00 AM (IST) Updated:Sun, 17 Oct 2021 07:00 AM (IST)
मार्केट फीस भरे बिना राइस मिल में उतरवा लिया धान, जुर्माने सहित अदा करनी पड़ी फीस
मार्केट फीस भरे बिना राइस मिल में उतरवा लिया धान, जुर्माने सहित अदा करनी पड़ी फीस

संवाद सहयोगी, डबवाली :

शनिवार को गांव सावंतखेड़ा में मसीतां रोड स्थित श्री राइस मिल में पड़ोसी सूबे का धान आने की शिकायत पर प्रशासन में हड़कंप मच गया। एसडीएम राजेश पूनिया के आदेश पर बीडीपीओ रमेश कुमार, मार्केट कमेटी सचिव वीरेंद्र मेहता मौका पर पहुंचे। मौके पर धान ढेरी मिला जिसका मिलर के पास कोई रिकार्ड नहीं था। मिलर ने बताया कि उसने एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) से ज्यादा 1965 रुपये प्रति क्विंटल के भाव से निजी खरीद की है। अधिकारियों ने मार्केट फीस का रिकार्ड मांगा तो मिलर पेश नहीं कर पाया। अधिकारियों ने जुर्माने सहित 16 हजार 764 रुपये जमा करवाने के आदेश दिए। साथ ही नोटिस जारी करके पूछा गया है कि उपरोक्त धान कहां से आया था। यह है मामला

गांव मसीतां निवासी ट्रांसपोर्टर हरमीत सिंह ने बताया कि पड़ोसी सूबे से आ रही धान की भरी ट्रालियों का पीछा करते हुए वह श्री राइस मिल में पहुंचा था। वहां पहले से तीन ट्रालियां धान ढेरी कर रही थीं। उसने मोबाइल कैमरे से वीडियो बनाकर हैफेड प्रबंधक मुकेश कुमार को सूचित किया। चूंकि मिल हैफेड के तहत आती है। इसके बाद एसडीएम राजेश पूनिया को शिकायत दर्ज करवाई। साथ ही उपायुक्त अनीश यादव को वीडियो ई-मेल के जरिए भेजी। शिकायत के बाद अधिकारी मौका पर पहुंचे, लेकिन मार्केट फीस के साथ जुर्माना राशि भरवाकर इतिश्री कर दी। संबंधित मिल के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए थी। -------------

एमएसपी से ज्यादा मूल्य पर खरीद कर सकते हैं मिलर

धान का एमएसपी 1960 है। कोई भी शैलर एमएसपी से ज्यादा मूल्य पर निजी खरीद कर सकता है। उसे हम रोक नहीं सकते। लेकिन वह सीधे धान शैलर में ढेरी नहीं कर सकता। उपरोक्त मामले में नियमों की उल्लंघना हुई है। नियमानुसार मिलर पर कार्रवाई करते हुए जुर्माने के साथ मार्केट फीस जमा करवाई गई है। उसे ऐसे मामले की पुनरावृत्ति न करने की चेतावनी दी गई है। उसे नोटिस जारी करके पूछा गया है कि धान कहां से आया था। हालांकि मौखिक तौर पर मिलर ने बताया कि धान अबूबशहर से आया था। -चरणजीत सिंह गिल, डीएमइओ, सिरसा ----------------

शिकायत मिलते ही मैंने दो सदस्यीय कमेटी गठित करके मौके पर भेजी थी। कमेटी ने जुर्माने के साथ मार्केट फीस भरवाई है। मैंने संबंधित मिल के खिलाफ लीगल एक्शन लेने के लिए कहा है। मार्केटिग बोर्ड के अधिकारी नियमानुसार कार्रवाई कर रहे हैं। -राजेश पूनिया, एसडीएम, डबवाली ------------

मैंने धान की प्राइवेट खरीद की थी। जिसकी मार्केट फीस उसे अदा करनी थी। मुझे नियमों का ज्ञान नहीं था कि इसके लिए गेट पास जरूरी होता है। उसके बाद ही मार्केट फीस तय होती है। बीडीपीओ, सचिव मौका पर पहुंचे तो मुझे इसका ज्ञान हुआ। मैंने एमएसपी से अधिक मूल्य पर धान खरीदा था। जुर्माने सहित मार्केट फीस जमा करवा दी है। - प्रशांत बैरड़, संचालक, श्री राइस मिल सावंतखेड़ा

chat bot
आपका साथी