आइसोलेशन वार्डों में नहीं पर्याप्त स्वास्थ्य सुविधाएं
प्रशासन द्वारा गांवों में बनाए आइसोलेशन वार्डों में बुधवार दोपहर तक कोई स्टाफ सदस्य नहीं पहुंचा
प्रशासन द्वारा गांवों में बनाए आइसोलेशन वार्डों में बुधवार दोपहर तक कोई स्टाफ सदस्य नहीं पहुंचा था।
चित्र: 25 संवाद सहयोगी, कालांवाली :
बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए प्रशासन द्वारा गांवों में आइसोलेशन सेंटर तो बना दिए लेकिन इनमें ऑक्सीजन सहित अन्य स्वास्थ्य सुविधाएं भी पूरी न होने से इसका कोई लाभ मिलता नजर नहीं आ रहा। क्योंकि जो लोग होम आइसोलेट है उन्हें ऑक्सीजन छोड़कर सभी सुविधाएं घर पर ही मिल जाती है। ऑक्सीजन की समस्या के लिए ही लोग अस्पतालों की तरफ रूख करते है। प्रशासन द्वारा गांवों में बनाए आइसोलेशन वार्डों में बुधवार दोपहर तक कोई स्टाफ सदस्य नहीं पहुंचा था। ग्राम स्तरीय अधिकारी अपने स्तर पर ग्रामीणों व पंचायत के सहयोग से बेड व बिस्तर का प्रबंध करने में जुटे है। बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए प्रशासन द्वारा जगमालवाली, कालांवाली, गदराना आदि गांवों के स्कूलों में आइसोलेशन वार्ड बनाए गए है। सरकार के निर्देशानुसार आइसोलेशन वार्ड में आक्सीजन लेवल की जांच के लिए ऑक्सीमीटर, बीपी मशीन, डिजिटल थर्मामीटर, वजनी मशीन, स्टीमर, रैपिड एंटीजन टेस्ट किट सहित अन्य सुविधाएं मिलेगी। वार्ड में बेड की सुविधा भी रहेगी। सरकार द्वारा गांवों में आइसोलेशन सेंटर बनाने के लिए पंचायत अधिकारी को निर्देश तो दे दिए है परंतु वार्ड में स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए नियुक्त किए गए अधिकारी अपनी जिम्मेदारी से पीछे हट रहे है। जिसके चलते ग्राम स्तरीय अधिकारी ही ग्रामीणों व पंचायत के सहयोग से अपने स्तर पर आइसोलेशन सेंटर में सुविधाओं का प्रबंध करने में जुटे हुए है।
इस संबंध में कालांवाली सीएचसी के एमओ डा. भूषण गर्ग ने बताया कि प्रशासन के निर्देशानुसार कई गांवों में आइसोलेसन वार्ड बनाए गए है, सभी वार्डों में स्टाफ सदस्यों की नियुक्ति की जा रही है और अन्य सुविधाओं का भी प्रबंध किया जा रहा है।