शोध से होती है नए सिद्धांतों की खोज : प्रो. कौशिक

चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय के मास कम्यूनिकेशन विभाग में पीएचडी वाइवा

By JagranEdited By: Publish:Fri, 05 Feb 2021 06:09 AM (IST) Updated:Fri, 05 Feb 2021 06:09 AM (IST)
शोध से होती है नए सिद्धांतों की खोज : प्रो. कौशिक
शोध से होती है नए सिद्धांतों की खोज : प्रो. कौशिक

जागरण संवाददाता, सिरसा : चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय के मास कम्यूनिकेशन विभाग में पीएचडी वाइवा का आयोजन किया गया। वाइवा में गुरु जम्भेश्वर यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी से प्रो. विक्रम कौशिक ने बतौर आउटसाइड एग्जामिनर शिरकत की। प्रो. कौशिक ने कहा कि शैक्षणिक संस्थानों में हो रहे शोध कार्य राष्ट्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है। उन्होंने कहा कि शोधार्थी को शोध समस्या का चयन करने से पूर्व उसके बारे में गहनता से अध्ययन करना चाहिए। शोध से न केवल नये सिद्धांतों की खोज होती है बल्कि पूर्व में हुए शोध कार्यों को भी आगे बढ़ाया जाता है।

इसके उपरांत विभाग के शोधार्थी अनिल बैनीवाल ने अपने अनुसंधान कार्य के बारे में विस्तारपूर्वक बताया । उन्होंने सरकार द्वारा चलाए जा रहे स्वच्छ भारत अभियान से संबंधित ग्रामीण हरियाणा के लोगों के स्वच्छता के प्रति जागरूकता के स्तर का आंकलन किया। शोध में यह पाया गया कि अभियान से प्रेरित होकर ग्रामीण लोगों ने अपने घरों में शौचालयों का निर्माण करवाया व समय समय पर गांव में सफाई अभियान चलाए। स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए न केवल विज्ञापनों की मदद ली गयी बल्कि ग्रामीण समाज को प्रेरित करने के लिए निर्मल ग्राम पुरस्कार आदि की शुरुआत भी केंद्र व राज्य सरकार द्वारा की गयी। विश्वविद्यालय के जनसंचार एवं पत्रकारिता विभाग के अध्यक्ष डा. सेवा सिंह बाजवा के दिशा निर्देशन में शोधार्थी अनिल बैनीवाल ने स्वच्छ भारत अभियान में जनसेवी विज्ञापनों के प्रति ग्रामीण हरियाणा में जन जागरूकता का अध्ययन किया। इस अवसर पर विभाग के सहायक प्रोफेसर डा. अमित सांगवान व डा. रविन्द्र ढिल्लो, डा. प्रज्ञा कौशिक व शोधार्थी भी उपस्थित थे।

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