जिला में नई आयुर्वेदिक डिस्पेंसरी बनाने व मरम्मत पर 94 लाख से अधिक खर्च : उपायुक्त रमेश चंद्र बिढ़ाण

उपायुक्त रमेश चंद्र बिढ़ाण ने कहा है कि आयुर्वेद विश्व का प्राचीनत

By JagranEdited By: Publish:Thu, 29 Oct 2020 06:32 AM (IST) Updated:Thu, 29 Oct 2020 06:32 AM (IST)
जिला में नई आयुर्वेदिक डिस्पेंसरी बनाने व मरम्मत पर 94 लाख से अधिक खर्च : उपायुक्त रमेश चंद्र बिढ़ाण
जिला में नई आयुर्वेदिक डिस्पेंसरी बनाने व मरम्मत पर 94 लाख से अधिक खर्च : उपायुक्त रमेश चंद्र बिढ़ाण

जागरण संवाददाता, सिरसा : उपायुक्त रमेश चंद्र बिढ़ाण ने कहा है कि आयुर्वेद विश्व का प्राचीनतम चिकित्सा विज्ञान है, जो कि पूर्णरूप से प्राकृतिक सिद्धान्तों पर आधारित है। आयुर्वेद केवल चिकित्सा विज्ञान ही नहीं बल्कि स्वयं में पूर्ण जीवन शास्त्र है। प्रदेश सरकार द्वारा आयुर्वेद व योग को बढ़ावा देने के लिए न केवल ग्राम स्तर पर व्यायामशालाएं बनाई जा रही है बल्कि समय-समय पर आमजन को योग के प्रति जागरूक व प्रेरित किया जा रहा है। नियमित व्यायाम, पौष्टिक भोजन के साथ-साथ आयुर्वेद का महत्व और बढ़ जाता है। विशेषकर कोरोना काल में हमें अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में शुद्ध आहार के साथ-साथ अपनी दिनचर्या में योग को भी अपनाना चाहिए।

उपायुक्त बिढ़ाण ने बताया कि आयुष विभाग द्वारा जिला में आयुष डिस्पेंसरियां खोली जा रही है। जिला में 94 लाख 86 हजार 546 रुपये की लागत के 12 प्रोजेक्ट पूर्ण हो चुके हैं तथा 64 लाख 90 हजार रुपये की लागत के 5 प्रोजेक्टों पर कार्य प्रगति पर है। इसके अलावा विभाग द्वारा 20 लाख 93 हजार 115 रुपये की लागत से 13 राजकीय आयुर्वेदिक डिस्पेंसरियों को आयुष हेल्थ वैलनेस केंद्रों के रूप में अपग्रेड का कार्य किया जा रहा है।

उन्होंने बताया कि 16 लाख 72 हजार 280 रुपये की लागत से नागरिक अस्पताल सिरसा में आयुष विग का विस्तार किया गया। इसके अलावा 12 लाख 25 हजार रुपये की लागत से गांव भरोखां में, 13 लाख 43 हजार 930 रुपये की लागत से गांव फतेहपुर वैदवाला में, 12 लाख 43 हजार रुपये की लागत से गांव गंदली राजपुताना में, 13 लाख 8 हजार रुपये की लागत से गांव मंगाला में, 12 लाख 72 हजार 336 रुपये की लागत से गांव शेखुपुरिया में राजकीय आयुर्वेदिक डिस्पेंसरी का निर्माण किया जा चुका है। इसी प्रकार 3 लाख 21 हजार रुपये की लागत से गांव कागदाना, 2 लाख रुपये की लागत से गांव नरेलखेड़ा, 2 लाख रुपये की लागत से गांव मिठ्ठी सुरेरां, 2 लाख एक हजार रुपये की लागत से गांव मोडियाखेड़ा, 3 लाख रुपये की लागत से गांव अलीकां तथा 2 लाख रुपये की लागत से गांव बप्प में राजकीय आयुर्वेदिक डिस्पेंसरी भवनों की मरम्मत करवाई गई है।

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