गांव कागदाना में गंदगी के ढेर, बस स्टॉप पर भी सुविधाओं का अभाव

सिरसा मुख्यालय से 30 किलोमीटर की दूरी पर बसे गांव कागदाना में सुविधा नाम का कुछ दिखाई नहीं दे रहा है। गांव के बस स्टैंड पर जगह-जगह कूड़े कर्कट के ढेर लगे हुए हैं। दूषित पानी की निकासी नहीं होने से बदबू आती रहती है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 14 May 2021 07:18 AM (IST) Updated:Fri, 14 May 2021 07:18 AM (IST)
गांव कागदाना में गंदगी के ढेर, बस स्टॉप पर भी सुविधाओं का अभाव
गांव कागदाना में गंदगी के ढेर, बस स्टॉप पर भी सुविधाओं का अभाव

जागरण संवाददाता, सिरसा : सिरसा मुख्यालय से 30 किलोमीटर की दूरी पर बसे गांव कागदाना में सुविधा नाम का कुछ दिखाई नहीं दे रहा है। गांव के बस स्टैंड पर जगह-जगह कूड़े कर्कट के ढेर लगे हुए हैं। दूषित पानी की निकासी नहीं होने से बदबू आती रहती है। यही नहीं बस स्टैंड पर आने वाले यात्रियों के लिए बस क्यू शेल्टर की सुविधा न होने से गर्मी हो या सर्दी परेशानी झेलनी पड़ती है। गांव में पीने के पानी की भी किल्लत रहती है, जिससे कई बार ग्रामीणों को टैंकर से पानी खरीदकर पीना पड़ता है। गांव में समस्याओं को लेकर कई बार ग्रामीणों द्वारा अधिकारियों को भी अवगत करवाया गया है, इसके बाद भी अभी तक कोई समाधान नहीं हुआ है।

------------------

आठ हजार की आबादी वाले इस गांव में सुविधा नहीं होने से गांव के बस स्टॉप के निकट कूड़े के ढेर पड़े रहते हैं। इससे गांव में स्वच्छता कहीं पर नजर नहीं आती है। जबकि जिला प्रशासन द्वारा समय-समय पर स्वच्छता अभियान चलाया जाता है। गंदगी के ढेर में मच्छर मक्खी पनपते हैं, जिससे बीमारियां फैलने का भय रहता है।

- सलीम खान

--------

गर्मी के मौसम में पीने के पानी की समस्या आ जाती है, जिससे ग्रामीणों को टैंकरों से पानी देना पड़ता है। लंबे समय से नहर बंदी होने से पेयजल केंद्रों में भी पानी खत्म हो जाता है। अनेक बार विभागीय अधिकारियों के समक्ष भी समस्या रखी है परंतु समाधान नहीं हुआ है।

- शीलू

-------

बस स्टॉप के आसपास गलियों के अंदर दूषित पानी भरा रहता है। दूषित पानी से बीमारी फैलने का भी डर रहता है। दिनभर बदबू आती है। वहीं कूड़े के ढेर पड़े रहते हैं। कोरोना काल के समय में तो सफाई पर विशेष ध्यान दिये जाने की आवश्यकता है।

- दारा सिंह

---------

गांव में कई जगह पर सड़कों पर कूड़े कर के ढेर पड़े रहते हैं। बस स्टॉप के आसपास तो हालात दयनीय है। बस स्टॉप पर यात्रियों के बैठने के लिए कोई सुविधा नहीं है। बुजुर्गों, महिलाओं व बच्चों को परेशानी उठानी पड़ती है। इस बारे में ग्रामीणों द्वारा कई बार मांग भी उठाई गई है।

- इकबाल सिंह

chat bot
आपका साथी