विवि में चार वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम आगामी शैक्षणिक सत्र से होंगे शुरू

ौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय के शैक्षणिक परिषद की 28वीं बैठक कुलपति प्रो. अजमेर सिंह मलिक की अध्यक्षता में हुई। दो घंटे चली बैठक में 40 एजेंडे पारित किए गए।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 21 Apr 2021 06:04 AM (IST) Updated:Wed, 21 Apr 2021 06:04 AM (IST)
विवि में चार वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम आगामी शैक्षणिक सत्र से होंगे शुरू
विवि में चार वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम आगामी शैक्षणिक सत्र से होंगे शुरू

जागरण संवाददाता, सिरसा : चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय के शैक्षणिक परिषद की 28वीं बैठक कुलपति प्रो. अजमेर सिंह मलिक की अध्यक्षता में हुई। दो घंटे चली बैठक में 40 एजेंडे पारित किए गए। विश्वविद्यालय में गुणवत्तापरक व विश्व स्तर की शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से सेंटर फॉर ग्रेजुएट स्टडीज विकसित करने का फैसला लिया गया। इस सेंटर के तहत नई शिक्षा नीति की अनुपालना करते हुए चार वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम आगामी शैक्षणिक सत्र से प्रारंभ किए जाएंगे। पाठ्यक्रम प्रारंभ करने से पूर्व पाठ्यक्रमों के सफलतापूर्वक संचालन के लिए विभिन्न पहलुओं पर गहनता से मंथन किया जाएगा।

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विद्यार्थी हित उनके लिए सर्वोपरी : कुलपति

कुलपति ने कहा कि पाठ्यक्रमों में एकरूपता लाकर और प्रतियोगी परीक्षाओं के अनुरूप बनाकर बेहतर परिणाम हासिल किए जा सकते हैं। विश्वविद्यालय विद्यार्थियों के लिए है और विद्यार्थी हित उनके लिए सर्वोपरी है। प्राध्यापकों को भी विद्यार्थी हित को ध्यान में लेकर उनके संपूर्ण व्यक्तित्व विकास की तरफ ध्यान देना चाहिए। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि आगामी शैक्षणिक सत्र से यूजीसी के गाइड लाइन के अनुसार मूक व स्वयं प्लेटफोर्म पर उपलब्ध पाठ्यक्रर्मों के क्रेडिटस् को अंकतालिका में शामिल करवाने का प्रावधान किया जाएगा। बैठक में 27वीं शैक्षणिक परिषद की बैठक के मिनट्स को भी कन्फर्म किया गया। इसके अतिरिक्त चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय, सिरसा के कुलपति द्वारा धारा 11(6) में प्रदान कि गई शक्तियों के तहत लिए गए अनेक महत्वपूर्ण निर्णयों को हरी झंडी प्रदान की गई।

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पाठ्यक्रर्मों का अनुमोदन किया

बैठक में विश्वविद्यालय में एक सेंटर फॉर आउटरीच प्रोग्राम्स एंड एक्सटेंशन भी विकसित करने का निर्णय सर्वसम्मति से लिया गया। इसके तहत विद्यार्थियों, सरकारी कर्मचारियों, समाज के विभिन्न वर्गाे, संगठनों आदि को आवश्यकता अनुसार प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा और कौशल विकास की तरफ ध्यान दिया जाएगा। अनेक विषयों के पाठ्यक्रर्मों का अनुमोदन भी किया गया। इसके अतिरिक्त विद्यार्थियों से जुड़े हुए अनेक महत्वपूर्ण बिदुओं पर चर्चा की गई और फैसले लिए गए। हरियाणा सरकार व केंद्र सरकार की बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के अनुरूप विश्वविद्यालय में आगामी शैक्षणिक सत्र से पांच छात्राओं का चयन अर्न व्हाइल लर्न योजना के तहत किया जाएगा जिससे उनको पढ़ाई के साथ साथ स्टाइफंड प्रदान किया जाएगा।

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नवीन पीएचडी ऑर्डिनेंस किया जाएगा तैयार

विश्वविद्यालय की पहचान वहां पर चल रहे शोध कार्यों से होती है इसलिए यूजीसी के मानकों के अनुसार विश्वविद्यालय का नवीन पीएचडी ऑर्डिनेंस तैयार किया जाएगा ताकि विभिन्न विभागों में रिक्त पीएचडी सीटों को भरा जा सकें। यह भी निर्णय लिया गया कि प्रत्येक वर्ष नया ऑर्डिनेंस बनाने की बजाय समय की मांग के अनुसार ऑर्डिनेंस में संशोधन किया जाए। अंतरराष्ट्रीय विद्यार्थियों को भी पीएचडी तथा अन्य पाठ्यक्रमों में जोड़ने के लिए प्रयास किए जाएंगे। वर्तमान में कुछ विभागों में अंतरराष्ट्रीय विद्यार्थियों को पीएचडी में प्रोविजनल दाखिले दिए गए है। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया यदि विद्यार्थियों की मांग पर किसी प्रतियोगी परीक्षा की वजह से परीक्षा समय सारणी में बदलाव किया जाता है तो किसी भी पेपर की डेट आगे बढ़ाई जाएगी न कि पहले की जाएगी। बैठक में विश्वविद्यालय के कुलसचिव का कार्य देख रही प्रो. अनु शुक्ला ने सचिव की भूमिका निभाई। इस बैठक को ऑनलाइन तथा ऑफलाइन दोनों मोड में चलाया गया और कोविड की गाइड लाइन की अनुपालना की गई।

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