किसानों व युवाओं के लिए वरदान साबित हो रहा है मत्स्य पालन
खारे पानी वाले क्षेत्र में झींगा किस्म की मछली का पालन किया जा सकता है।
जागरण संवाददाता, सिरसा :
जिला में मत्स्य पालन व्यवसाय किसानों व युवाओं के लिए वरदान साबित हो रहा है। जहां खारे पानी की समस्या है वहां पर झींगा पालन कारगर है। जिला के सैकड़ों किसानों ने मत्स्य पालन अपनाया है। गांव गुडियाखेड़ा में किसान कृष्ण कुमार व भारत भूषण, कालांवाली के किसान जसवीर सिंह, रिसालियाखेड़ा के किसान रणजीत सिंह, खैरेकां के किसान राकेश कुमार झींगा पालन से अपनी आमदनी बढ़ा रहे हैं।
किसान कृष्ण कुमार व भारत भूषण का कहना है कि वे खेतों में खारे पानी की समस्या से काफी परेशान थे। इस कारण उन्होंने खेती के साथ-साथ अन्य व्यवसाय अपनाने का निर्णय लिया। प्रदेश सरकार की योजनाओं के तहत झींगा पालन का कार्य शुरू किया। विभाग द्वारा मत्स्य पालन पर अनुदान के साथ-साथ प्रशिक्षण भी दिलवाया जाता है जो मछली पालन के दौरान बहुत उपयोगी साबित होता है। उन्होंने योजनाओं के माध्यम से 30 एकड़ में झींगा पालन का कार्य किया हुआ है जिससे उनके परिवार की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ हुई है। झींगा पालन के लिए विभाग द्वारा अच्छा अनुदान दिया जाता है और बाजार में झींगा की मांग भी ज्यादा है। खेती के साथ मत्स्य पालन आमदनी बढ़ाने में कारगर : उपायुक्त
उपायुक्त रमेश चंद्र बिढ़ान ने बताया कि मत्स्य पालन को अपनाकर न केवल लोग अपने आपको आर्थिक रूप से सुदृढ बना रहे हैं, बल्कि पंचायतों को भी इससे राजस्व प्राप्त हो रहा है। किसानों को मत्स्य पालन के प्रति प्रोत्साहित करने के उद्ेंश्य से नीली क्रांति योजना के तहत अनेक लाभकारी अनुदान दिए जाने का प्रावधान किया गया है। उन्होंने बताया कि मत्स्य विभाग द्वारा को मत्स्य पालन के प्रति प्रोत्साहित करने के लिए अनेक योजनाएं क्रियांवित की गई है। जिससे किसानों व बेरोजगार युवाओं को न केवल रोजगार के अवसर मिलते हैं बल्कि आर्थिक रूप से भी सुदृढ़ होते हैं।