हड़ताल पर गए किसानों की सरसों खरीदी थी, आढ़ती का कमीशन न किसानों को भुगतान हुआ
कच्चा आढ़ती एसोसिएशन डबवाली के प्रधान गुरदीप कामरा को हड़ताल के
संवाद सहयोगी, डबवाली :
कच्चा आढ़ती एसोसिएशन डबवाली के प्रधान गुरदीप कामरा को हड़ताल के दौरान किसानों की सरसों खरीदनी महंगी पड़ रही है। हालात यह हैं कि सरसों खरीदकर वे करीब दो लाख रुपये टैक्स जमा करवा चुके हैं। हेंडलिग एजेंट के तौर पर कमीशन मिलना तो दूर किसानों के जे तथा आई फार्म तक ई-नेम पर अपलोड नहीं हो रहे। आढ़ती के साथ-साथ 47 किसानों की पेमेंट फंसी हुई है।
गुरदीप कामरा के अनुसार 22 अप्रैल को किसान हड़ताल पर चले गए थे। एसडीएम डबवाली के कहने पर उसने 47 किसानों की 938.25 क्विंटल सरसों खरीद की थी। खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने सरसों उठाकर हैफेड के गोदाम में लगा दी। जब उन किसानों के जे फार्म ऑनलाइन अपडेट करने की बारी आई तो नहीं हुए। ऐसे में किसानों को फसल का भुगतान नहीं मिला। ऊपर से सरसों खरीदने के बाद एजेंसी को बेचने के कारण उसे जीएसटी भरना पड़ा। उसने संबंधित खरीद एजेंसी के उच्च अधिकारियों से कई बार बात की, लेकिन सभी ने जवाब दे दिया। एक उच्च अधिकारी ने समस्या का समाधान करने का आश्वासन दिया है। आढ़ती के अनुसार मार्केट कमेटी की गलती की वजह से किसानों के करीब 40 लाख रुपये फंसे हुए हैं। ::::मार्केट कमेटी ने कूपन काट दिए थे। लेकिन यह किसी के ध्यान में नहीं रहा कि जिन किसानों की सरसों खरीद की जा रही है, उनकी बारी है या नहीं। वहीं उपरोक्त किसानों ने मेरी फसल, मेरी ब्यौरा पर देरी से रजिस्ट्रेशन करवाया था। रिकॉर्ड में भी कुछ खामियां थी। इस वजह से उनका रिकॉर्ड ऑनलाइन नहीं हो रहा था। अब समस्या का समाधान हो गया है। हमने वेरिफाई कर दिया है। डीएफएससी से वेरिफाइ होते ही पेमेंट किसानों के खातों में ट्रांसफर हो जाएगी।
-कर्ण सिंह, एएफएसओ, खाद्य एवं आपूर्ति विभाग, डबवाली
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