पोते अर्जुन के टीके से पहले ही ED ने कुर्क की चौटाला की संपत्ति, अब कानूनी राय ले रहा परिवार

चौटाला के सबसे छोटे पोते अर्जुन सिंह की टीके की रस्म से पहले ही ED (प्रवर्तन निदेशालय) ने उनकी संपत्ति को कुर्क कर लिया था।

By Kamlesh BhattEdited By: Publish:Sat, 07 Dec 2019 09:39 AM (IST) Updated:Sun, 08 Dec 2019 09:22 AM (IST)
पोते अर्जुन के टीके से पहले ही ED ने कुर्क की चौटाला की संपत्ति, अब कानूनी राय ले रहा परिवार
पोते अर्जुन के टीके से पहले ही ED ने कुर्क की चौटाला की संपत्ति, अब कानूनी राय ले रहा परिवार

जेएनएन, डबवाली(सिरसा)। पूर्व सीएम ओमप्रकाश चौटाला के सबसे छोटे पोते अर्जुन सिंह की टीके की रस्म से पहले ही ED (प्रवर्तन निदेशालय) ने उनकी संपत्ति को कुर्क कर लिया था। यह जानकारी राजस्व विभाग के रिकॉर्ड से मिली है। अब शादी की तैयारियों से पहले ही तेजाखेड़ा फार्म हाउस में बने बंगले को सील कर दिया। चौटाला परिवार अब ED के खिलाफ कोर्ट जाने के लिए कानूनी विचार विमर्श कर रहा है।

बता दें, अभय सिंह के छोटे बेटे अर्जुन सिंह का रिश्ता यमुनानगर के पूर्व विधायक व खनन कारोबारी दिलबाग सिंह की बेटी जैसमीन से तय हुआ है। 18 जुलाई को तेजाखेड़ा फार्म हाउस में ही अर्जुन का टीका हुआ था। करीब पांच माह बाद उसी फार्म हाउस के उसी आलीशान हिस्से को ED ने सील कर दिया। उधर, अर्जुन-जैसमीन की शादी की तारीख तय करने के लिए परिवार जेबीटी भर्ती घोटाले में सजा काट रहे ओपी चौटाला की रिहाई का इंतजार कर रहा है।

बताया जाता है कि जुलाई 2019 में ही वित्त मंत्रालय ने तेजाखेड़ा फार्म हाउस में ओपी चौटाला के स्वामित्व वाली प्रॉपर्टी को कुर्क कर लिया था। इसमें तेजाखेड़ा फार्म हाउस में बनी इमारत के साथ-साथ करीब 198 कनाल 15 मरले (24 एकड़ भूमि) है। विभागीय रिकॉर्ड के मुताबिक तेजाखेड़ा फार्म हाऊस में बने पूर्व मुख्यमंत्री ओपी चौटाला के जिस आलीशान आवासीय भवन सील किया गया है, उसकी कीमत प्रवर्तन निदेशालय (ED) की नजर में 1 करोड़ 99 लाख 86 हजार 300 रुपये है। वहीं कुर्क की गई 198 कनाल 15 मरले जमीन की कीमत 1 करोड़ 20 लाख 47 हजार 625 रुपये आंकी है।

सीआरपीएफ के साथ फार्म सील करने पहुंची थी ED

प्रवर्तन निदेशालय चंडीगढ़ जोन के सहायक निदेशक नरेश गुप्ता के नेतृत्व में दस सदस्यीय टीम बुधवार को तेजाखेड़ा गांव स्थित ओपी चौटाला के फार्म हाउस पर पहुंची थी। फार्म हाउस में पूर्व मुख्यमंत्री के हिस्से में आने वाले भाग को सील कर दिया गया था। सील किए गए हिस्से में फार्म हाउस में बना आवासीय क्षेत्र है। इसके अतिरिक्त 198 कनाल 15 मरला भूमि समेत उपरोक्त हिस्से को अटैच करने संबंधी नोटिस मुख्य गेट के आगे लगाया था।

परिवार का लीगल सेल देख रहा कार्रवाई

सूत्रों के अनुसार 4 दिसंबर को जब ED तेजाखेड़ा फार्म हाउस को सील कर रही थी, उस समय अभय सिंह दिल्ली में वकील के साथ कार्रवाई के संबंध में मंत्रणा कर रहे थे। पल-पल की अपडेट उनके पास पहुंच रही थी। यही नहीं ED कार्रवाई के बाद दो पेज की रिपोर्ट फार्म हाऊस प्रभारी गोपाल को देकर गई है। बताया जाता है कि दो पेज में क्या लिखा है, इसके बारे में परिवार के नजदीकी लोग ही जानते हैं। 

हरियाणा की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

पंजाब की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

chat bot
आपका साथी