बीमारियों का निदान तंत्र-मंत्र से नहीं, विज्ञानिक विधियों से होता है: चोरमार

गांव लंबी में तर्कशील इकाई कालांवाली व डबवाली द्वारा जागरूकता कार्यक्र

By JagranEdited By: Publish:Tue, 03 Aug 2021 06:04 AM (IST) Updated:Tue, 03 Aug 2021 06:04 AM (IST)
बीमारियों का निदान तंत्र-मंत्र से नहीं, विज्ञानिक विधियों से होता है: चोरमार
बीमारियों का निदान तंत्र-मंत्र से नहीं, विज्ञानिक विधियों से होता है: चोरमार

संवाद सहयोगी, डबवाली : गांव लंबी में तर्कशील इकाई कालांवाली व डबवाली द्वारा जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। लोगों में वैज्ञानिक चेतना पैदा करने तथा अंधविश्वासों से दूर करने के लिए शमशेर चोरमार ने कहा कि हमारे समाज में समय-समय पर लोगों को भ्रमित करने के लिए अफवाहें फैलाई जाती है या किसी घटना को चमत्कार के रूप में पेश किया जाता है, जबकि दुनिया में कहीं भी किसी भी इंसान के पास कोई दैवीय शक्ति नहीं है। जो प्राकृतिक, विज्ञानिक नियमों के विपरीत किसी घटना को अंजाम दे सके। अगर कोई दावा करता है तो उसे सोसाइटी द्वारा घोषित लाखों रुपये का इनाम दिया जाएगा। घर-परिवार, देश, समाज की समस्याओं, बीमारियों का निदान किसी तंत्र-मंत्र से नहीं बल्कि वैज्ञानिक विधियों और व्यवस्था द्वारा अच्छी नीतियों, प्रबंधन द्वारा होनी है।

जगतार सिघेवाला ने चोटी कटने, बिज्जू की घटनाएं, मूर्तियों द्वारा दूध पीना आदि घटनाओं की वैज्ञानिक व्याख्या करके लोगों को जागरूक किया।

अजायब जलालआना ने वैज्ञानिक प्रयोगों, जादू के ट्रिक्स द्वारा चमत्कारों का पर्दाफाश किया। उन्होंने अपने ट्रिक्स के माध्यम से आसमान से राख पैदा करना, बिना दीया सलाई आग पैदा करना,जादूगरों द्वारा नजरबंद करने जैसी मनोवैज्ञानिक रिहर्सल करके उन्हें जानकारी से अवगत करवाया।

इस अवसर पर प्रगतिशील साहित्य की पुस्तक प्रदर्शनी लगाई गई। इस मौके पर मास्टर सुरिदरपाल, हरजिदर सिंह, पुष्पिदर सिंह, रणधीर सिंह, गुरसेवक सिंह, पूर्व सरपंच रामजी लाल, राम, हरदीप सिंह मटदादू मौजूद थे।

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