लोक गायक कुलदीप मानक को किया याद
वरच्युस क्लब इंडिया के तत्वावधान में लोक गायक कुलदीप मानक की स्मृति में
संवाद सहयोगी, डबवाली : वरच्युस क्लब इंडिया के तत्वावधान में लोक गायक कुलदीप मानक की स्मृति में कला कुंज की महफिल वरच्युस भवन में सजी। समारोह में डबवाली, कालांवाली व मलोट के गायकों ने भाग लिया एवं कुलदीप मानक के गीतों को गाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
कार्यक्रम के शुरुआत में पंजाब की गायिका गुरमीत बावा के आकस्मिक निधन पर गहरे दुख प्रकट करते हुए उनकी आत्मिक शांति के लिए मौन रखा गया। क्लब के कोर्डिनेटर रंगकर्मी संजीव शाद ने कुलदीप मानक के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वे कलियों के बादशाह थे। उनके गीतों में पंजाबी विरासत झलकती थी। कुलदीप मानक, गुरमीत बावा, आसा सिंह मस्ताना, यमला जट्ट जैसे लोक गायकों को जब हम सुनते है तो ऐसे लगता है जैसे गाने के लिए फकीरी ओर सुनने के लिए अमीरी चाहिए।
इसके बाद बाबा बन्दा सिंह बहादुर की बार व ए दुनिया धोखेबाजा दी ..गीत गुरविदर व मनिदर ने गाकर प्रोग्राम का आगाज किया। वहीं हरप्रीत चहल ने चादर, जसदीप गिल ने अम्ब दा बूटा, वंदना वाणी ने मां हुन्दी ए मां ओ दुनिया वालेओ व रजनी महक मोंगा ने तेरे टीले तो सूरत दिखदी है हीर दी., अमनदीप सिन्धवाद ने लोक रंग जैमल फत्ता और साहित्यकार रिपुदमन शर्मा ने मिर्जा गा कर के संगीत की इस महफिल को मुकाम देते हुए कुलदीप मानक की याद को ताजा कर दिया।