राजस्थान के ऊपर बनने वाले साइक्लोनिक सर्कुलेशन से बदल सकता है मौसम
सिरसा गर्मी का असर प्रतिदिन बढ़ने लगा है। इससे दोपहर के बाद गर्मी से लोग ब
जागरण संवाददाता, सिरसा : गर्मी का असर प्रतिदिन बढ़ने लगा है। इससे दोपहर के बाद गर्मी से लोग बेहाल होते नजर आने लगे हैं। गर्मी से बचने के लिए लोग ठंडे पेय पदार्थ का सहारा लेने लगे हैं। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ के आंशिक प्रभाव व राजस्थान के ऊपर बनने वाले साइक्लोनिक सर्कुलेशन के कारण वीरवार देर रात्रि से मौसम में बदलाव होने की संभावना है। जिससे 16 अप्रैल व 17 अप्रैल को बादलवाई रहने, बीच-बीच में तेज हवाएं चलने की संभावना है। इसी के साथ कहीं-कहीं बूंदाबांदी या हल्की बारिश होने की भी संभावना जताई जा रही है। चौधरी चरण सिंह कृषि विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डा. मदनलाल खिचड़ ने बताया कि मौसम में पश्चिमी विक्षोभ के आंशिक प्रभाव व राजस्थान के ऊपर बनने वाले साइक्लोनिक सर्कुलेशन के कारण बदलाव होने की संभावना है। मौसम को देखते हुए किसान विशेष ध्यान रखें।
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न्यूनतम तापमान में भी होने लगी बढ़ोतरी
मौसम में दिन के साथ रात्रि के समय भी बदलाव हो रहा है। इससे न्यूनतम तापमान में भी बढ़ोतरी होने लगी है। बुधवार को अधिकतम तापमान 41.1 डिग्री व न्यूनतम तापमान 21.1 डिग्री रहा। जबकि मंगलवार को अधिकतम तापमान अधिकतम तापमान 41.1 व न्यूनतम तापमान 22.0 डिग्री रहा।
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मौसम में बदलाव को लेकर किसान रखे ध्यान
मौसम में बदलाव को देखते हुए किसान विशेष ध्यान रखें। गेहूं व अन्य फसलों की कटाई व कढ़ाई करते समय ध्यान देना जरूरी है। गेहूं की कटी हुई फसल के बंडल अच्छी प्रकार से बांधे ताकि तेज हवा में उड़ न सके। गेहूं, सरसों व अन्य फसलों को बेचने के लिए मंडी ले जाते समय तिरपाल का प्रबंध अपने साथ अवश्य रखे। तेज हवा चलने व बारिश की संभावना को देखते हुए गेहूं की तूड़ी आदि को अवश्य ढके या सुरक्षित स्थानों पर रखे।