वंचित तबके को गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा से वंचित रखने की रची जा रही साजिशें
राजकीय माडल संस्कृति सीनियर सेकेंडरी स्कूल मंडी डबवाली में हरिया
संवाद सहयोगी, डबवाली : राजकीय माडल संस्कृति सीनियर सेकेंडरी स्कूल मंडी डबवाली में हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ ब्लाक प्रधान नानक चंद की अध्यक्षता में विचार गोष्ठी आयोजित की गई। राज्य महासचिव प्रभु सिंह ने नई शिक्षा नीति के जनशिक्षा विरोधी पहलुओं पर चर्चा करते हुए बताया कि इस नीति द्वारा समाज के वंचित तबके को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा से वंचित करने की साजिशें रची जा रही हैं। फाउंडेशनल स्टेज की पांच वर्षीय शिक्षा के नाम पर पहली दूसरी कक्षा को आंगनबाड़ी व अन्य स्वयंसेवी सहायता समूहों को सौंपने की तैयारी है और दूसरी तरफ आंगनबाड़ी केंद्र एनजीओ को संभालने की कवायदें की जा रही हैं। व्यावसायिक शिक्षा के नाम पर गरीब तबकों को उनके पुश्तैनी धंधों तक सीमित रखने की साजिशें हैं क्योंकि इसके लिए तकनीकी विशेषज्ञों की नियुक्ति का कोई प्रावधान न करके समुदाय से सहयोग लेने की बात ही की गई है। इसी प्रकार त्रिभाषी फार्मूले के तहत तीसरी कक्षा से संस्कृत भाषा लागू करके क्षेत्रीय भाषाओं को अनदेखा करने की कवायद है। नौवीं से बारहवीं कक्षा के पुराने ढांचे में फेरबदल कर शिक्षा के निजीकरण व व्यापारीकरण को बढ़ावा दिया जा रहा है।
जिला प्रेस सचिव कृष्ण कायत ने कहा कि शिक्षित महिलाओं को समाज में आगे आकर सभी महिलाओं की शिक्षा व स्थिति को सुधारने के लिए कार्य करने चाहिए। सार्वजनिक क्षेत्रों को बचाने के संघर्षों में बढ़ चढ़कर भाग लेना चाहिए क्योंकि प्राइवेट या कार्पोरेट व्यवस्था में महिलाओं को वो सुविधाएं नहीं मिलती जो कि सरकारी क्षेत्र की नौकरियों में उपलब्ध है। इस मौके पर ब्लाक सचिव अनिल कुमार पीटीआई, पंजाबी अध्यापक जसदीप सिंह, गुरविद्र सिंह, दिनेश कुमार, भूप सिंह जेबीटी, बलौर सिंह, कालूराम, साहिल, राजेंद्र जाखड़, प्रदीप पारिक सहित डबवाली ब्लाक के शिक्षकों ने भाग लिया।