रानियां का ब्रह्माणी मंदिर है श्रद्धा का केंद्र

रानियां के वार्ड नंबर चार स्थित श्री ब्रह्माणी माता मंदिर डेढ़ सौ साल पुराना है। मंदिर की नी

By JagranEdited By: Publish:Mon, 11 Oct 2021 10:12 PM (IST) Updated:Mon, 11 Oct 2021 10:12 PM (IST)
रानियां का ब्रह्माणी मंदिर है श्रद्धा का केंद्र
रानियां का ब्रह्माणी मंदिर है श्रद्धा का केंद्र

रानियां के वार्ड नंबर चार स्थित श्री ब्रह्माणी माता मंदिर डेढ़ सौ साल पुराना है। मंदिर की नींव लखू मल गड्डीवाल द्वारा रखी गई थी। उन्होंने राजस्थान राज्य के पल्लू माता से श्री ब्रह्माणी माता की मूर्ति लाकर स्थापित की थी। मंदिर के नीचे दुकानें बनी हुई थी व ऊपर मंदिर स्थापित था इसलिए यह मंदिर पोड़िया वाला मंदिर के नाम से भी प्रसिद्ध है। गड्डीवाल परिवार के पूर्वजों ने मंदिर का 1950, 1992 व 2016 में जीर्णोद्धार करवाया है। मंदिर में गणेश, हनुमान व शिव परिवार की प्रतिमाएं स्थापित है। वर्तमान समय में गड्डीवाल परिवार के सहयोग से स्व. विद्याधर गड्डीवाल के बेटे रविद्र गोयल गड्डीवाल मंदिर के प्रधान के रूप में सेवा कर रहे हैं। ----- शारदीय नवरात्रों में मंदिर परिसर को विशेष तौर पर सजाया गया है। व्रतधारी भक्तजन मंदिर में सुबह- शाम माता रानी के चरणों में अपनी हाजिरी लगाने आ रहे हैं। संध्या के समय दो घंटे मां की आराधना की जाती है। नवरात्रों में महिलाएं भजन संकीर्तन करती है। अष्टमी वाले दिन कंजक पूजन के दौरान दान दक्षिणा व फल-फ्रूट का प्रसाद वितरित किया जाएगा। मंदिर में विशेष तौर पर शुक्ल पक्ष की अष्टमी व हर शुक्रवार को मंदिर प्रांगण में मां की अराधना की जाती है। - मंदिर पुजारी, पंडित जयप्रकाश ------- शारदीय नवरात्रों को उत्सव के तौर पर मनाया जाता है। मंदिर परिसर को सजावटी लड़ियों से भव्य व आकर्षक तरीके से सजाया गया है। श्री ब्राह्मणी माता पल्लू वाली माता की बहन है, गड्डीवाल परिवार की छठी पीढ़ी माता की सेवा कर रही है। - प्रधान रविद्र गोयल गड्डीवाल

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