फ्रिज के पानी से परहेज, मटके का पानी पीना पसंद कर रहे हैं लोग
सिरसा गर्मी अपने तेवर दिखाने लगी है। ऐसे में प्यास भी बढ़ने लगी है। गर्मी मे
जागरण संवाददाता, सिरसा : गर्मी अपने तेवर दिखाने लगी है। ऐसे में प्यास भी बढ़ने लगी है। गर्मी में प्यास बुझाने के लिए गर्मी शुरू होते ही शहर व गांवों में मटकों की मांग बढ़ने लगी है। इस आधुनिक युग में भी निम्न वर्ग के लोगों में मटकों का चलन दिख रहा है। गेहूं की कटाई सीजन होने के चलते दिन के समय बिजली का कट लगता है जिससे फ्रिज में पानी ठंड नहीं रह पता है। इसी के साथ कोरोना संक्रमण को लेकर लोग फ्रिज का ज्यादा ठंडे पानी पीने से परहेज कर रहे हैं।
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गर्मी में बढ़ने लगी मांग
मिट्टी के मटके बेचने वाली पारो देवी, महावीर सिंह व दलवीर सिंह ने बताया कि पिछले दिनों से जैसे ही गर्मी बढ़ी है मटके लोग खरीदने पहुंच रहे हैं। मटके में रखा पानी ठंडा रहता है। इसके पानी से ही असली प्यास बुझती है। फ्रिज का पानी प्यास नहीं बुझाता। इस सीजन में मटका 70 से 100 रुपये तक का बेच रहे हैं।
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घग्घर की मिट्टी से बनाते हैं मटके
सिरसा में बेगू रोड स्थित कुम्हार मोहल्ले में करीब 50 परिवार मिट्टी के बर्तन तैयार करते हैं। इससे परिवारों का रोजगार चलता है। मटका तैयार करने वाले दलवीर सिंह ने बताया कि मटके के लिए चिकनी मिट्टी घग्घर नदी से लेकर आते हैं। चिकनी मिट्टी से मटका में रखा पानी ठंडा रहता है। अभी तो गर्मी की शुरुआत है आगे गर्मियों में मटकों की मांग बहुत ज्यादा बढ़ जाती है। इस लिए अभी से ही मटका बना रहे हैं। सभी घरों में मटके का प्रयोग हो रहा है। काफी लोग फ्रिज का पानी पीने से परहेज करते हैं वो मटका का पानी पसंद करते हैं।