72 साल पहले छोटी सी कुटिया के रूप में मस्ताना जी ने की थी डेरा सच्चा सौदा की स्थापना

कार्तिक मास की पूर्णिमा के अवसर पर डेरा सच्चा सौदा के संस्थापक मस्

By JagranEdited By: Publish:Mon, 30 Nov 2020 05:43 AM (IST) Updated:Mon, 30 Nov 2020 05:43 AM (IST)
72 साल पहले छोटी सी कुटिया के रूप में मस्ताना जी ने की थी डेरा सच्चा सौदा की स्थापना
72 साल पहले छोटी सी कुटिया के रूप में मस्ताना जी ने की थी डेरा सच्चा सौदा की स्थापना

जागरण संवाददाता, सिरसा : कार्तिक मास की पूर्णिमा के अवसर पर डेरा सच्चा सौदा के संस्थापक मस्ताना महाराज का अवतार दिवस मनाया जाता है। हर वर्ष बड़ा सत्संग होता था परंतु इस बार सोमवार को ऑनलाइन नामचर्चा ही होगी। 29 अप्रैल 1948 को सिरसा में बेगू रोड पर छोटी सी कुटिया के रूप में मस्ताना जी ने डेरा सच्चा सौदा शुरू किया था। अपने गुरु बाबा सावन सिंह के आशीर्वाद से सिरसा आए। कुछ समय तक हिसारिया बाजार में स्थित राधास्वामी सत्संग घर में रूके। सावन सिंह ने उन्हें इस क्षेत्र में अध्यात्म का संदेश देने के लिए भेजा था।

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पाकिस्तान के बलोचिस्तान में हुआ था जन्म

मस्ताना जी का जन्म 1891 में पाकिस्तान के बलोचिस्तान में हुआ। सिरसा में कुटिया बनाने के बाद लोगों को राम नाम से जोड़ा। मस्ताना जी के बारे में प्रसिद्ध है कि वे सेवादारों से आश्रम बनवाते और फिर उसे ढहा देते। मस्ताना जी ने सिरसा में गांव नेजिया, रामपुरा बगड़िया, रानियां, जलालआना, अहमदपुरा दारेवाला, नुहियांवाली, चोरमार, गदराना, लकड़ावाली इत्यादि स्थानों पर डेरे बनाए। 1948 से लेकर 1960 तक लोगों को राम नाम से जोड़ा। बाद में सतनाम सिंह को अपना उत्तराधिकारी बनाया। 1960 से 90 तक सतनाम सिंह ने डेरा सच्चा सौदा को संभाला और बाद में गुरमीत सिंह डेरा प्रमुख बने।

---------- ऑनलाइन नामचर्चा का होगा आयोजन

हर वर्ष मस्ताना जी महाराज के जन्मदिन पर डेरा में बड़े सत्संग का आयोजन होता था। बड़ी संख्या में डेरा अनुयायी भाग लेने आते थे। परंतु बीती 25 अगस्त 2017 को डेरा प्रमुख गुरमीत सिंह को सीबीआइ कोर्ट द्वारा दोषी करार दिये जाने के बाद डेरा में बड़े सत्संग कार्यक्रम नहीं हुए है। इस बार भी मस्ताना जी के जन्मदिन पर 30 नवंबर को बड़ा कार्यक्रम आयोजित नहीं होगा। कोरोना संक्रमण को देखते हुए ऑनलाइन नामचर्चा आयोजित होगी जो सुबह 11 बजे से दोपहर एक बजे तक चलेगी।

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