बोहर गांव में किया गया यज्ञ, धूमनी भी दी : शास्त्री
बोहर गांव में लॉकडाउन के नियमों का पालन करते हुए मंगलवार को हवन किया गया।
जागरण संवाददाता, रोहतक : बोहर गांव में लॉकडाउन के नियमों का पालन करते हुए मंगलवार को यज्ञ किया गया जिसमें गूगल आदि औषधियों का प्रयोग कर गांव में धूमनी भी दी गई। यह हवन मास्टर देवराज नांदल एवं ओमप्रकाश प्रधान की प्रेरणा से संपन्न हुआ। यज्ञ के ब्रह्मा आर्य समाज बोहर के प्रधान धनीराम आर्य रहे एवं यज्ञ के मुख्य यजमान अशोक ठेकेदार प्रधान अठगामा बोहर एवं रमेश नांदल रहे। आर्य समाज बोहर के प्रवक्ता कृष्ण देव शास्त्री ने कहा कि आयुर्वेद शास्त्र में यज्ञ से वायुमंडल को स्वच्छ करने का विधान बताया गया है। यज्ञ में प्रयुक्त औषधियों का प्रभाव श्वास के माध्यम से सीधे फेफड़ों में पहुंचता है और तत्काल लाभ दिखाई देने लगता है। अथर्ववेद अध्याय दो में यह साफ लिखा है कि यज्ञ से किटाणुओं का नाश होता है। कृमि नाशक औषधियों को जलाने से धुआं सूक्ष्म होकर संक्रमण करने वाले कीटाणुओं का नाश करता है। लेकिन औषधि का चयन आयुर्वेद के अनुसार ही होना चाहिए। इन औषधियो में आंवला, इंद्र ज्यौ, इलायची बड़ी, कपूर, कपूर कचरी, गोला, गिलोय, गूगल, चंदनचुरा, जटा मासी, जाय फल, जावित्री, दालचीनी, तेजपत्ता, नागर मोथा, नागकेसर, जौ, बहेड़ा, पीपली, पिस्ता, बादाम, ब्राह्मी, मुलेठी, लाल मुनक्का, लोंग, काजू, किसमिस, उड़द दाल, केसर, लोबान, शंखपुष्पी, सतावर, सुगंध बाला, नीम, आम पत्ता, शक्कर आदि शामिल हैं। यज्ञ के उपरांत गांव की गलियों में धूमनी दी गई। इस अवसर डा. सुरेश भोपान, अजय पाल गढ़ी बोहर, कृष्ण नांदल (कालिया), अंकित आर्य, योगेश आर्य, डा. योगेश नांदल, ओमवीर नांदल, श्याम आर्य, दीपक नांदल, धीरज आर्य बलियाना आदि मुख्य रूप से मौजूद रहे।