महिलाओं ने चार अन्य लोगों को बनाया था हनीट्रैप का शिकार

पूर्व जिला पार्षद के पति व प्रोपर्टी डीलर को हनीट्रैप में फंसाने वाली दोनों आरोपित महिलाओं से पूछताछ के बाद बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस के अनुसार हनीट्रेप के इस खेल में पूरा गिरोह काम करता था जिसमें कई व्यक्ति शामिल है। पुलिस के शिकंजे में आयी दोनों महिलाओं ने चार अन्य लोगों को भी हनीट्रैप का शिकार बनाया था। हालांकि पीड़ित लोगों ने पुलिस में शिकायत नहीं दी थी। पुलिस ने दोनों महिलाओं को कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। वहीं बाकी आरोपितों का पता किया जा रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 22 Apr 2019 04:00 AM (IST) Updated:Mon, 22 Apr 2019 04:00 AM (IST)
महिलाओं ने चार अन्य लोगों को बनाया था हनीट्रैप का शिकार
महिलाओं ने चार अन्य लोगों को बनाया था हनीट्रैप का शिकार

जागरण संवाददाता, रोहतक : पूर्व जिला पार्षद के पति और प्रॉपर्टी डीलर को हनीट्रैप में फंसाने वाली दोनों आरोपित महिलाओं से पूछताछ के बाद बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस के अनुसार, हनीट्रैप के इस खेल में पूरा गिरोह काम करता था। इसमें कई व्यक्ति शामिल हैं। पुलिस के शिकंजे में आई दोनों महिलाओं ने चार अन्य लोगों को भी हनीट्रैप का शिकार बनाया था। हालांकि पीड़ित लोगों ने पुलिस में शिकायत नहीं दी थी। पुलिस ने दोनों महिलाओं को कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। वहीं बाकी आरोपितों का पता किया जा रहा है।

मकड़ौली खुर्द निवासी पूर्व जिला पार्षद के पति बिजेंद्र सिंह प्रॉपर्टी का काम करते हैं। कुछ समय पहले प्लाट खरीदने के बाद एक महिला कार्यालय पर गई, जिसके बाद आकर नई बस स्टैंड पुलिस चौकी में दुष्कर्म की शिकायत दी थी। इसके बाद दो पुलिसकर्मियों ने समझौते का दबाव बनाकर प्रॉपर्टी डीलर से साढ़े तीन लाख रुपये वसूले लिए थे। इस पूरे प्रकरण में दो महिलाओं समेत कई पुलिसकर्मी भी शामिल थे। एसपी ने इस मामले में एसआइटी का गठन किया था। जांच में दोनों महिलाओं को दोषी पाया गया था। इसके बाद सीआइए-1 की टीम ने शनिवार को दोनों आरोपित महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया था। हालांकि पुलिसकर्मियों पर अभी विभागीय जांच जारी है। यह हुआ खुलासा

पुलिस के अनुसार, दोनों महिलाएं गिरोह के साथ काम करती है। पहले ऐसा शिकार तलाशा जाता था, जिसकी क्षेत्र में अच्छी पहचान हो और वह आसानी से रुपये दे दें। इसके बाद योजनाबद्ध तरीके से उसे शिकार बनाया जाता था। दोनों महिलाओं ने पूछताछ में स्वीकार किया है कि तीन-चार अन्य लोगों को भी इसी तरह से शिकार बनाया गया है। जिसके बाद समझौते के नाम पर मोटी रकम वसूली गई। हालांकि उन लोगों पुलिस में शिकायत नहीं की। पुलिस अब उन लोगों तक भी पहुंचेंगी, जिन्हें इन महिलाओं ने शिकार बनाया है। साथ है महिलाओं के साथ उनके गिरोह में और कौन-कौन लोग शामिल है उनकी जानकारी भी जुटाई जा रही है। पुलिस का दावा है कि जल्दी ही इस मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। फिलहाल दोनों महिलाओं को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। वर्जन

महिलाओं से पूछताछ के बाद सामने आया है कि तीन-चार अन्य लोगों को भी फंसाया है। पूरे मामले की गहनता से जांच की जा रही है। महिलाओं के साथ काम करने वाले अन्य लोगों के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है।

- बिजेंद्र भंडारी, प्रभारी सीआइए-1

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