जहरीला पदार्थ निगलने से सदर थाने की महिला एएसआइ की मौत
सदर थाने में तैनात महिला एएसआइ की जहरीला पदार्थ निगलने के कारण मौत हो गई। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर स्वजनों को सौंप दिया।
जागरण संवाददाता, रोहतक : सदर थाने में तैनात महिला एएसआइ की जहरीला पदार्थ निगलने के कारण मौत हो गई। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर स्वजनों को सौंप दिया। बताया जा रहा है कि एएसआइ मानसिक रूप से परेशान थी, जिसने गलती से जहरीला पदार्थ निगल लिया था। वहीं, महिला ने जहर निगलने के बाद महिला ने पति पवन को फोन कर बताया कि उसे बचे लें।
मूलरूप से भिवानी जिले के बड़ेसरा गांव की 37 वर्षीय एएसआइ पपीता काफी समय से सदर थाने में तैनात थी। वह परिवार के साथ सुखपुरा चौक के नजदीक पीडब्ल्यूडी के क्वार्टर में रहती थी। एएसआइ पपीता फिलहाल रेस्ट पर चल रही थीं। शनिवार तड़के सदर थाना पुलिस को सूचना मिली कि एएसआइ की एक निजी अस्पताल में मौत हो गई है। इसके बाद सदर थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने परिवार के सदस्यों से बातचीत की। जिसमें पता चला कि वह काफी दिनों से मानसिक रूप से परेशान थी। इस वजह से गलती से 22 अक्टूबर को जहरीला पदार्थ निगल लिया था। स्वजनों की तरफ से दिए गए बयान के बाद पुलिस ने इत्तफाकिया कार्रवाई करते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पोस्टमार्टम के बाद विसरा जांच के लिए लैब में भेजा गया है। एएसआइ की आत्महत्या का पता चलते ही पुलिस के उच्च अधिकारियों ने भी मामले की जानकारी ली।
एएसआइ संदीप कुमार ने कहा कि शव का पोस्टमार्टम कराकर स्वजनों को सौंप दिया गया है। गौरतलब है कि करीब एक माह पहले भी पुलिस लाइन में तैनात हेड कांस्टेबल 38 वर्षीय सतेंद्र मलिक ने सुखपुरा चौक के पास स्थित अपने कमरे में कनपटी पर गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। सतेंद्र मलिक रोहतक पुलिस की स्वैट टीम में भी बतौर कमांडो तैनात रह चुके थे। उस मामले में पारिवारिक विवाद की बात सामने आई थी। एक माह के अंदर पुलिसकर्मी की आत्महत्या का यह दूसरा मामला है।