सत्ता से हटने के बाद ही गुलाम नबी व जी-23 के नेताओं को क्यों खोट नजर आ रहा : कृष्णमूर्ति

हरियाणा के पूर्व मंत्री कृष्ण मूर्ति हुड्डा ने जी 23 को लेकर खूब बाण छोड़े।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 01 Mar 2021 06:24 AM (IST) Updated:Mon, 01 Mar 2021 06:24 AM (IST)
सत्ता से हटने के बाद ही गुलाम नबी व जी-23 के नेताओं को क्यों खोट नजर आ रहा : कृष्णमूर्ति
सत्ता से हटने के बाद ही गुलाम नबी व जी-23 के नेताओं को क्यों खोट नजर आ रहा : कृष्णमूर्ति

जागरण संवाददाता, रोहतक : हरियाणा के पूर्व मंत्री कृष्ण मूर्ति हुड्डा ने कहा कि पूर्व केंद्रीय मंत्री गुलाम नबी आजाद व जी-23 के दूसरे कांग्रेस नेताओं को सत्ता से हटने के बाद ही खोट क्यों नजर आ रहा है। इन्होंने कहा कि गुलाम नबी आजाद व जी 23 के तमाम नेताओं का इतिहास है कि उन्होंने गांधी परिवार के कारण सरकार में बड़े-बड़े पद पाए। कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व से सख्त कार्रवाई की मांग भी की है।

गांधी परिवार की तारीफ करते हुए पूर्व मंत्री ने कहा कि गुलाब नबी आजाद को 1980 में जब वह जम्मू कश्मीर में सांसद नहीं बन सकते थे, उस समय की कांग्रेस अध्यक्ष इंदिरा गांधी ने उन्हें रामटेक (महाराष्ट्र) ससंदीय क्षेत्र से सांसद बनवाया। 10 वर्ष तक केंद्रीय मंत्री बनाकर रखा। 2014 में सत्ता में हटने के बावजूद गुलाम नबी आजाद राज्यसभा में विपक्ष का नेता रहे जोकि केंद्रीय मंत्री के बराबर है। कृष्ण मूर्ति हुड्डा ने यह भी आरोप लगाया कि आजद व उनकी पूरी टीम ने आज तक 94 दिन के किसान आंदोलन के संदर्भ में प्रधानमंत्री की कभी आलोचना नहीं की। आजाद ने राज्यसभा में विपक्ष के नेता की हैसियत से कभी प्रधानमंत्री पर अटैक नहीं किया और नहीं मोदी सरकार पर दबाव बनाया। गुलाम नबी आजद व उनकी पूरी टीम ने भाजपा व प्रधानमंत्री से मिलीभगत करके कांग्रेस पार्टी को कमजोर करने का प्रयास किया है। पूर्व मंत्री ने कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व से अपील की है कि जो नेता भाजपा के इशारे पर कांग्रेस पार्टी के खिलाफ बयानबाजी कर रहे है उन्हें तुरंत प्रभाव से कांग्रेस पार्टी से निकाल देना चाहिए, जिससे कांग्रेस पार्टी के वोटों का ग्राफ भी बढ़ेगा। पूरे देश के कांग्रेस जन में आजाद व उनकी कथित जी 23 के नेताओं के खिलाफ रोष है। गुलाम नबी आजाद के जी 23 के नेताओं की संख्या अब सिर्फ आठ रह गई है।

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