अधिकारियों के दावे फेल, कालोनियों, सेक्टरों से लेकर बाजारों में जलजमाव

नगर निगम जनस्वास्थ्य विभाग और हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण(एचएसवीपी) के सभी दावों की कलई पहली ही बरसात में खुल गई। नगर निगम ने बरसाती पानी की निकासी के लिए बड़े दावे किए थे।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 14 Jun 2021 05:16 AM (IST) Updated:Mon, 14 Jun 2021 05:16 AM (IST)
अधिकारियों के दावे फेल, कालोनियों, सेक्टरों से लेकर बाजारों में जलजमाव
अधिकारियों के दावे फेल, कालोनियों, सेक्टरों से लेकर बाजारों में जलजमाव

जागरण संवाददाता, रोहतक : नगर निगम, जनस्वास्थ्य विभाग और हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण(एचएसवीपी) के सभी दावों की कलई पहली ही बरसात में खुल गई। नगर निगम ने बरसाती पानी की निकासी के लिए बड़े दावे किए थे। रविवार को हुई बरसात में सेक्टरों की सड़कें डूब गईं। कुछ घरों में पानी घुस गया। कुछ बाजारों में जलजमाव का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि व्यापारी कह रहे हैं कि यहां नाव चला सकते हैं। प्री-मानसून की बरसात के बाद अधिकारी अभी भी गंभीर नहीं दिखे।

सेक्टर-1 के वाइस प्रेसीडेंट कैलाश चंद्र खन्ना का दावा है कि पहली बारिश के साथ लगभग आधा क्षेत्र पूरी तरह से पानी से भर गया था। क्षेत्रों में पुराने सामुदायिक केंद्र के सामने सड़क, कुल बाजार, पुलिस चौकी से एचएसवीपी आवासों के अंत तक, फिर 500 वर्ग गज के घरों सहित आवास शामिल हैं। उपाध्यक्ष आरडब्ल्यूए होने के नाते मैंने व्यक्तिगत रूप से लगभग चार घंटे तक सफाई कार्य का पर्यवेक्षण किया, लेकिन इसे पूरी तरह से नहीं कर सका। अब बचा हुआ काम कल अधिक संख्या में लोगों के साथ किया जाएगा। जलजमाव के कारण सेक्टर का काफी बुरा हाल है। यही हालात सेक्टर-3, सेक्टर-4, सेक्टर-4 एक्सटेंशन के अलावा बाजारों में किला रोड, रेलवे रोड, शौरी क्लाथ बाजार में भी परेशानी खड़ी हुई। नगर निगम की टीम सेक्टरों में नहीं दिखीं। जनस्वास्थ्य विभाग ने रखवाए पंप

जनस्वास्थ्य विभाग के एक्सईएन रणजीत मलिक का दावा है कि हमारे सोनीपत रोड, भिवानी रोड स्थित ड्रेन नंबर-8 के निकट नालों की सफाई करा दी है। नगर निगम की तरफ से अभी कार्य कराया जा रहा है। इन्होंने बरसाती सीजन की तैयारियों की बात बताते हुए कहा कि अप्पूघर पर पांच बड़े पंप रखवाएं हैं। हुडा काम्प्लेक्स में छह, आश्रम के निकट चार नए पंप, झज्जर रोड पर छह और कन्हेंली रोड पर एक पंप रखवाया गया है। बरसाती सीजन में सीवरेज लाइन में बरसाती पानी जाएगा। इन पंपों के माध्यम से मुख्य ड्रेन में पानी खींचकर भेजा जाएगा। वहीं, आश्रम के निकट दो पंप भी अभी खराब पड़े हैं। छह एमएम से अधिक बरसात में होता है यहां जल जमाव

जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का दावा है कि एक साथ पांच-छह एमएम तक बरसात होती है तो शहरी क्षेत्र की सीवरेज व बरसाती पानी की लाइनों से जल निकासी आराम से हो जाती है। इससे अधिक बरसात होने की स्थिति में सीवरेज लाइनों में दोहरा दबाव बढ़ता है, इस कारण जल जमाव हो जाता है। आउटर कालोनियों में सड़कें टूटी पड़ी ऊपर से जलजमाव

शहर की आउटर कालोनियां जैसे बलियाना, बोहर, सुनारिया, कन्हेंली, हिसार रोड, कच्चाबेरी रोड आदि के रास्तों पर सड़कें टूटी पड़ी हैं। ऊपर से जलजमाव है। स्थानीय कालोनियों के लोग अधिकारियों के पास चक्कर काट चुके हैं। मगर कोई समाधान नहीं हुआ। अधिकारी इस प्रकरण में संतोषजनक जवाब नहीं दे रहे हैं। वर्जन

शहरी क्षेत्र में नालों, ड्रेनेज व दूसरे स्थानों पर सफाई के कार्य चल रहे हैं। यह सभी कार्य आखिरी चरण में हैं। सेक्टरों में जलजमाव से राहत के लिए कोई इंतजाम नहीं हैं तो इसे लेकर अधिकारियों से जानकारी लेंगे।

मनमोहन गोयल, मेयर, नगर निगम

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हमने सभी ड्रेनेज की सफाई करा दी है। इसके साथ ही प्रमुख स्थानों पर पंपसेट लगे हुए हैं। शहर में जलजमाव नहीं होने देंगे। सेक्टरों से जल निकासी का मामला हमारे अधीन नहीं है।

रणजीत मलिक, एक्सईएन, जनस्वास्थ्य विभाग

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सेक्टरों से जल निकासी के लिए पंप सेट लगवाए होंगे तो इसकी जानकारी मेकेनिकल वालों को होगी। वैसे हमारी तरफ से अपने पूरे इंतजाम हैं। जो क्षेत्र हमारे अधीन हैं वहां जलनिकासी का इंतजाम कराएंगे।

राम निवास, एक्सईएन, सिचाई विभाग ---------------------------------------

यह बोले बाजारों के प्रधान व सेक्टर वाले व पार्षद ::::::::::::::: यह तो हद ही हो गई है, सेक्टरों में जल निकासी का कोई इंतजाम नहीं है। अधिकारियों ने जानबूझकर टेंडर किए हैं। एक माह बरसात में निकल जाएगा। काम दो-तीन माह में खत्म होगा। सीधे तौर से अधिकारी जवाबदेही से बच रहे हैं। मैं मांग करता हूं कि नगर निगम हाउस की बैठक तत्काल बुलाई जाए।

कदम सिंह अहलावत, पार्षद, वार्ड-11

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यह तो हद ही हो गई। सभी सेक्टरों में जलजमाव इतना है कि घरों तक में पानी घुस रहा है। सुबह बरसात हुई और शाम तक भी जल निकासी के इंतजाम नहीं हुए। नगर निगम के अधिकारी ठोस इंतजाम नहीं करेंगे तो मजबूर होकर आंदोलन करेंगे।

डा. धर्मपाल मुदगिल, प्रधान, कच्चाबेरी रोड संघर्ष समिति

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गोहाना अड्डा से छोटूराम चौक तक जो सड़क है उस जल जमाव हो गया। सड़क पर कई जगह से टुटकर गड्ढे बन गए हैं। जल भराव की वजह से सड़कों पर आवागमन सिर्फ सुभाष रोड़ से हो सका सुभाष रोड़ पर जाम की स्थिति बनी रही। बाजारों में भी हालात खराब हैं।

गुलशन निझावन, महासचिव, रोहतक व्यापार मंडल

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किला रोड पर जल जमाव इतना था कि यहां नाव चलाई जा सकती है। हमारे यहां 80 लाख रुपये से नई सड़क व नाले का निर्माण हुआ था। नाले की चौड़ाई और गहराई कम करके यहां के करीब एक हजार से अधिक दुकानदारों के लिए मुसीबत खड़ी कर दी है।

विट्टू सचदेवा, प्रधान, किला रोड बाजार एसोसिएशन

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डा. विद्या सागर पार्क जनता कालोनी हो या फिर मुख्य सड़क। दो घंटे तक जलजमाव से राहत नहीं मिली। हमने अधिकारियों से बार-बार अनुरोध किया था कि बरसाती सीजन से पहले नालों की सफाई की जाए। लेकिन सभी इंतजाम अधूरे हैं।

एडवोकेट प्रदीप नारा, पार्षद दीपिका नारा के प्रतिनिधि, वार्ड-18 ------------

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