रोहतक में गड्ढे में मिट्टी की सतह गिरने से दो मजदूरों की मौत, मालिक समेत तीन पर केस

जाट भवन के नजदीक टेलीकॉम कंपनी की फाइबर केबल के लिए गड्ढा खोदते समय दो मजदूरों की मिट्टी में दबने से मौत हो गई।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 20 Dec 2020 09:04 AM (IST) Updated:Sun, 20 Dec 2020 09:04 AM (IST)
रोहतक में गड्ढे में मिट्टी की सतह गिरने से दो मजदूरों की मौत, मालिक समेत तीन पर केस
रोहतक में गड्ढे में मिट्टी की सतह गिरने से दो मजदूरों की मौत, मालिक समेत तीन पर केस

जागरण संवाददाता, रोहतक : शहर के जाट भवन के नजदीक टेलीकॉम कंपनी की फाइबर केबल के लिए गड्ढा खोदते समय दो मजदूरों की मिट्टी में दबने से मौत हो गई। आनन-फानन में उन्हें मिट्टी से बाहर निकालकर पीजीआइ लाया गया। जहां पर डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। मृतक मजदूर के भाई ने कंपनी के मालिक, मैनेजर और सुपरवाइजर को हादसे के लिए जिम्मेदार ठहराते अर्बन एस्टेट थाने में केस दर्ज कराया है।

मूलरूप से बिहार के गया जिले के अमारूत सिवाय गांव निवासी पिटू कुमार ने बताया कि वह केजीआर टेलीकॉम कंपनी में मजदूर का काम करता है। कंपनी की तरफ से जगह-जगह केबल दबाने का काम चल रहा है। शनिवार सुबह दिल्ली बाईपास के नजदीक प्रभात वाटिका के सामने मशीन से खुदाई कर फाइबर केबल दबा रहे थे। ड्रिल मशीन ने जमीन में करीब चार मीटर अंदर जाने के बाद काम करना बंद कर दिया। जिस पर सुपरवाइजर नगेद्र ने कहा कि गहरा गड्ढा खोदकर देखो कि क्या समस्या है। पिटू का बड़ा भाई 40 वर्षीय भीम प्रसाद उर्फ धर्मेंद्र समेत अन्य मजदूरों ने खुदाई शुरू कर दी। तभी मिट्टी की सतह टूटकर भीम प्रसाद और बिहार के गया जिले के करहनी गांव निवासी धनेश मांझी पर गिर गई और दोनों नीचे दब गए। मिट्टी हटाकर दोनों को बाहर निकाला गया। जिसके बाद उन्हें उपचार के लिए पीजीआइ में लाया गया। वहां पर डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

बार-बार कहा, जेसीबी मंगा दो : भीमप्रसाद का भाई

पिटू का आरोप है कि जिस समय खुदाई चल रही थी तभी शक था कि मिट्टी सतह गिर सकती है। इसके बार सुपरवाइजर नगेंद्र को कई बार कहा कि जेसीबी मंगा दो उससे खोदाई हो जाएगी। लेकिन सुपरवाइजर ने एक नहीं सुनी और जेसीबी नहीं बुलाई। यहां तक कि मजदूरों को भी लगातार धमकाया जाता रहा कि खुदाई करते रहो। यदि समय पर जेसीबी मंगा दी होती तो शायद यह हादसा नहीं होता।

इनके खिलाफ हुआ केस दर्ज

मृतक भीमप्रसाद के भाई पिटू का आरोप है कि कंपनी के मालिक दिल्ली के तिलक नगर निवासी उपेंद्र भाटिया, मैनेजर राजीव झा और सुपरवाइजर नगेंद्र जिम्मेदार है। अधिकारियों की तरफ से सुरक्षा के कोई बंदोबस्त नहीं थे, जिस कारण यह हादसा हुआ है। शिकायत के बाद अर्बन एस्टेट थाना पुलिस ने तीनों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।

लापरवाही के चलते पहले भी हो चुके हैं हादसे

लापरवाही के चलते जिले में पहले भी हादसे हो चुके हैं। हालांकि पहले हुए हादसे सीवरेज लाइन साफ करने के दौरान या फिर सीवरेज लाइन बिछाने के दौरान हुए। कुछ माह पहले बोहर के निकट स्टेडियम के सामने वाले रोड पर दो मजदूरों की मौत हो गई थी। संबंधित मजदूर सीवरेज लाइन बिछाने के कार्य से जुड़े हुए थे। वहीं, गोहाना रोड पर जनस्वास्थ्य विभाग के डिस्पोजल की सफाई के कार्य में जुटे दो मजदूरों की मौत हो गई थी। यह घटना करीब तीन साल पहले की है। वर्जन

मृतक भीम प्रसाद के भाई की शिकायत पर कंपनी के मालिक समेत तीन के खिलाफ केस दर्ज कराया गया है। हादसे की वजह क्या रही इसकी जांच की जा रही है।

- बिजेंद्र सिंह, थाना प्रभारी अर्बन एस्टेट

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