बिना मास्क वालों को एमडीयू गेट से लौटाया वापस
जागरण संवाददाता रोहतक महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय में आफलाइन कक्षाएं शुरू हो चुकी है। वि
जागरण संवाददाता, रोहतक :
महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय में आफलाइन कक्षाएं शुरू हो चुकी है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने विद्यार्थियों, कर्मचारियों व अन्य आगंतुकों के प्रवेश के लिए महत्वपूर्ण गाइडलाइन जारी की थी। लेकिन विश्वविद्यालय में प्रवेश के दौरान गाइडलाइन का पालन नहीं हो रहा था। विश्वविद्यालय सुरक्षा के अतिरिक्त इंचार्ज डा. देवेंद्र सिंह ढुल ने बुधवार को विशेष अभियान चलाया। डा. ढुल अपनी टीम के साथ विश्वविद्यालय के गेट नंबर दो पर पहुंचे और बिना मास्क वालों को हिदायत दी गई। किसी को चेतावनी देकर प्रवेश करने दिया तो किसी को वापस ही लौटा दिया। जांच अभियान के चलते गेट पर यातायात व्यवस्था बिगड़ गई थी, जिसको सुरक्षा कर्मियों ने सुचारु करवा दिया। एमडीयू में 25 नवंबर से आफलाइन कक्षाएं शुरू हो चुकी है। हास्टल देने के लिए भी प्रक्रिया चल रही है। ऐसे में विद्यार्थियों की आवाजाही पहले से काफी ज्यादा हो गई। विश्वविद्यालय के अधिकारी और कर्मचारियों का भी आना-जाना लगा रहता है। लेकिन प्रवेश के दौरान अधिकतर के फेस पर मास्क नहीं होता। इतना ही नहीं दोपहिया वाहन राइडर हेलमेट का भी इस्तेमाल नहीं करते। पहचान-पत्र भी नहीं दिखाया जा रहा है। जिसके कारण कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है। कई देशों में कोरोना का नया ओमीक्रोन वैरिएंट भी आ चुका है, जिसको देकर देश में भी अलर्ट घोषित किया जा चुका है। इन सब बातों को देखते हुए विश्वविद्यालय में प्रवेश करने के लिए गाइडलाइन जारी की गई थी। लेकिन पालना नहीं होने के कारण डा. देवेंद्र ढुल ने इसको लेकर सख्ताई बरतते हुए अभियान चलाया। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा जारी गाइडलाइन का पालन करने वालों को ही प्रवेश करने दिया जाएगा। उन्होंने प्रवेश द्वार पर तैनात सुरक्षा कर्मियों को भी सख्ताई बरतने की हिदायत जारी की है। उन्होंने कहा कि अब सभी प्रवेश करने वालों को गेट पर अपनी जानकारी रजिस्टर में दर्ज करनी होगी। जिसमें फाइनल वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट की जानकारी भी देनी होगी। यह अभियान आगे भी जारी रहेगा। विश्वविद्यालय में प्रवेश करने वाले सभी गेट पर हिदायतों का बैनर भी लगाया जाएगा ताकि सभी को इसकी जानकारी मिल सके।