कोरोना की संभावित तीसरी लहर को लेकर संसाधन जुटाने में लगा पीजीआइ प्रबंधन
कोरोना की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए पीजीआइ की ओर से एडवांस तैयारी चल रही है। आशंका व्यक्त की जा रही है कि 15 अगस्त के आसपास कोरोना लहर चरम की ओर बढ़ेगी।
जागरण संवाददाता, रोहतक: कोरोना की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए पीजीआइ की ओर से एडवांस तैयारी चल रही है। आशंका व्यक्त की जा रही है कि 15 अगस्त के आसपास कोरोना लहर चरम की ओर बढ़ेगी। उस समय किन चीजों की आवश्यकता होगी, उनको लेकर पीजीआइ प्रबंधन प्लान बनाकर संसाधन जुटाने में लगा हुआ है।
पीजीआइ रोहतक में कोरोना की दोनों लहर के दौरान प्रदेश भर के मरीजों का भार रहा है। उसी लिहाज से यहां संसाधन की आवश्यकता है। तीसरी लहर को देखते हुए पीजीआइ प्रबंधन चिकित्सकों की भर्ती, आक्सीजन प्लांट की क्षमा बढ़ाने, 100 बेड का चाइल्ड स्पेशल आइसीयू बनाने, 400 नए बेड तक आक्सीजन पहुंचाने की व्यवस्था पर कार्य कर रहा है। इसके अलावा भी आक्सीजन सिलेंडर, पीपीइ किट, मास्क का स्टाक कर रहा है ताकि आपात स्थिति होने पर अचानक से किसी भी उपकरण की किल्लत चिकित्सकों को न उठानी पड़े। पीजीआइ प्रबंधन इएनटी विभाग में तो आठ सीनीयर डाक्टर को नियुक्ति भी कर चुका है। पोस्ट कोविड बीमारियों को लेकर भी साथ ही साथ प्रबंधन की ओर से कार्य किया जा रहा है।
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-पीजीआइ के पास अब तक उपलब्ध संसाधन
उपकरण संख्या
वेंटिलेटर आइसीयू बेड 115
नान आइसीयू आक्सीनज बेड 451
आक्सीजन बेड 566
पीपीई किट 27121
एन 95 मास्क 117118
थ्री लेयर मास्क 149845
रेमिडेसिविर इंजेक्शन 3044
डी टाइप आक्सीजन सिलेंडर 990
बी टाइप आक्सीनज सिलेंडर 421
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चल रहा है रैनोवेशन कार्य
चाइल्ड स्पेशल आइसीयू के लिए पुराना ओटी काम्पलेक्स में तथा कुछ दूसरी जगहों पर रैनोवेसन कार्य चल रहा है। लाला श्यामलाल बिल्डिग में हर बेड तक आक्सीजन लाइन से पहुंचाने की योजना पर कार्य चल रहा है। कुछ दूसरे वार्डों में भी बिजली लाइन को दुरूस्त करवाया जा रहा है। पीजीआइ में 15 जुलाई तक रैनोवेशन कार्य पूरा होने की उम्मीद जताई जा रही है।
वर्जन
तीसरी लहर को लकर उनकी ओर से हर तरह की तैयारियों पर ध्यान दिया जा रहा है। जुलाई माह के अंत तक उनका चाइल्ड स्पेशल आइसीयू चालू का हो जाएगा। वहीं आक्सीजन बेड की संख्या एक हजार तक पहुंच जाएगी। पोस्ट कोविड बीमारियों को लेकर भी पूरी तैयारियां की जा रही हैं।
डा. ओपी कालरा, वीसी, पीजीआइ रोहतक।