अधिकारी बेदर्द, दूषित पानी दे रहा मर्ज

जागरण संवाददाता रोहतक शहरी क्षेत्र में दूषित पानी की आपूर्ति ने लोगों की टेंशन बढ़ा दी

By JagranEdited By: Publish:Sat, 25 Sep 2021 07:12 AM (IST) Updated:Sat, 25 Sep 2021 07:12 AM (IST)
अधिकारी बेदर्द, दूषित पानी दे रहा मर्ज
अधिकारी बेदर्द, दूषित पानी दे रहा मर्ज

जागरण संवाददाता, रोहतक : शहरी क्षेत्र में दूषित पानी की आपूर्ति ने लोगों की टेंशन बढ़ा दी है। जनता शुद्ध पानी की मांग कर रही है, फिर भी दूषित पानी की आपूर्ति से निजात नहीं मिल रही। विशेषज्ञों का मानना है कि सेहत के लिए दूषित पानी हानिकारक है। सीधे तौर से आंतें संक्रमित होने लगी हैं। लीवर और किडनी से संबंधित बीमारियों के रोगी भी बढ़ने लगे हैं। वहीं, कुछ लोग यह भी बता रहे हैं कि कैंपर का पानी भी गुणवत्ता वाला नहीं है। पानी की प्यास बुझाने के चक्कर में लोग बीमार भी हो सकते हैं।

कैंपर वाले पानी ठंडा करने के लिए अपना रहे हथकंडे

नाम न छापने की शर्त पर कुछ विशेषज्ञों ने दावा किया है कि पानी में कुछ लोग यूरिया तक मिला रहे हैं। हालांकि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी इस तरह के दावों को गलत बता रहे हैं। विशेषज्ञ कहते हैं कि आरओ सेंटरों से पानी कैंपर में भरने से पहले यूरिया का मिश्रण होता है। इससे पानी अगले पांच से सात घंटे तक ठंडा बना रहता है। इसी तरह से एयर कंडीशनर यानी एसी के उपकरण आरओ प्लांट में लगाकर ठंडे पानी की आपूर्ति कर रहे हैं। जनस्वास्थ्य विभाग में तैनात रहे एक अधिकारी कहते हैं कि शहर में एक आरओ संचालक के यहां सैकड़ों बैटरियां रखीं थीं। उन बैटरी के उपकरण निकालकर पानी को ठंडा करने में उपयोग किया जा रहा था। अब बड़ा सवाल यह है कि शहरी क्षेत्र में कैंपर संचालकों से लेकर आरओ सेंटर से पानी की आपूर्ति करने वाले जांच से दूर हैं। इन पर शिकंजा नहीं कसा जा रहा। हाउसिग बोर्ड वाले खरीद रहे कैंपर, अधिकारी बना रहे बहाने

पुराना हाऊसिग बोर्ड स्थित शिव पार्क में कालोनी निवासियों की बैठक वरिष्ठ एडवोकेट संजीव अग्रवाल की अध्यक्षता में हुई। कालोनी में दूषित पानी की आपूर्ति को लेकर चिता जताई। कालोनी निवासी मनोहरलाल बधवा ने दावा किया है कि तीन साल से यहां दूषित पानी की किल्लत है। कुछ दिन पहले राहत मिल गई थी। अब दो माह से फिर से हालात खराब हैं। अब लोग टैंकरों से पानी मंगाने के लिए विवश हैं। सीवरेज ओवरफ्लो के कारण दूषित पानी की आपूर्ति हो रही है। वर्षों पुराने सीवरेज व पेयजल आपूर्ति के पाइप बदलने के लिए अधिकारी तैयार नहीं। अधिकारी यहां राहत दिलाने के बजाय लगातार बहाने बना रहे हैं। रोष जताने वालों में रिटायर्ड सेल टैक्स कमिश्नर डीसी फौगाट, कृष्ण लाल विज, वेद बहल, दलीप शर्मा, मास्टर हंस राज, सुभाष, मास्टर मनोहर लाल, रोशन लाल जैन आदि शामिल हैं। यह बोले एक्सपर्ट : लीवर, आंतें, किडनी दूषित पानी से होती हैं सीधे प्रभावित : डा. धर्मपाल

मेडिकल एसोसिएशन के डिस्ट्रिक जनरल सेक्रेटरी एवं नेशनल इंटीग्रेटेड मेडिकल एसोसिएशन(नीमा) के पदाधिकारी डा. धर्मपाल मुदगिल ने बताया कि हमारे शरीर में 70 फीसद पानी होता है। इसलिए शरीर के प्रत्येक अंग को पानी सीधे तौर से प्रभावित करता है। दूषित पानी पीने से सीधे तौर से लीवर, आंतें और किडनी प्रभावित होती हैं। अधिक दूषित पानी के सेवन से लीवर खून बनाना बंद कर सकता है। लीवर में सूजन के साथ ही पीलिया, टाइफायड जैसी बीमारियां हो सकती हैं। पानी कम पीने से यूरिन कम पास होगा। इस कारण किडनी की पथरी की बीमारी की चपेट में व्यक्ति आ सकता है। आंते भोजन पचाना बंद कर देंगी। इस वजह से उल्टी, दस्त, पेड में मरोड व पेट से संबंधित दूसरी बीमारियां होने की संभावनाएं अधिक बढ़ जाती हैं। इसका समाधान यही है कि लोग उबला हुआ पानी पीएं। कुछ दवाएं भी उपयोगी हैं।

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एक्सपर्ट व्यू : आरओ वाले 50-60 टीडीएस वाला पानी पिला रहे : एसडीओ

जनस्वास्थ्य विभाग से रिटायर एसडीओ राजेंद्र शर्मा ने बताया कि सेहत की ²ष्टि से देखें तो 120-130 टीडीएस(टोटल डिसोल्व सोलिड्स) तक पीना पीने लायक है। लेकिन सुनने में आया है कि कैंपर वाले 50-60 टीडीएस वाले पानी की आपूर्ति करते हें। रोहतक में जमीनी पानी पीने लायक नहीं हैं। दूषित पानी को यदि घर में लगे आरओ से उपयोग करके इस पानी को पीते हैं तो 100 फीसद तय है कि बीमार होंगे। इससे हड्डियां कमजोर होने के साथ ही दूसरी बीमारियां होने के आसार हैं।

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आरओ संचालकों हो या फिर दूसरी तरह से पानी की आपूर्ति से जुड़े कारोबारियों पर हमारा विभाग कार्रवाई नहीं कर सकता। स्वास्थ्य विभाग की निगरानी ही यह कारोबारी आते हैं। इसलिए इनके ऊपर स्वास्थ्य विभाग ही कार्रवाई कर सकता है।

भानु प्रकाश, एक्सईएन, जनस्वास्थ्य विभाग

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दूषित पानी पीने से आंतों में संक्रमण हो जाता है। इससे उल्टी-दस्त से लेकर पेट दर्द के अलावा पेट से संबंधित अन्य बीमारियां हो सकती हैं।

डा. परितेव सिंह, सीएमओ कार्यालय

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यदि आप नियमित तौर से योग, प्राणायाम, ध्यान, व्यायाम करते हैं और दूषित पानी का सेवन कर रहे हैं तो सेहत संवरने के बजाय बीमारियों की चपेट में आएगी।योग शारीरिक और मानसिक तौर से लोगों को स्वस्थ्य करता है। लेकिन दूषित पानी आंतों पर सीधे तौर से प्रभाव डालता है।

रोशनी हुड्डा, योग विशेषज्ञ

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यह बात सही है कि दूषित पानी की आपूर्ति से लोगों की सेहत खराब हो रही है। कुछ माह पहले शहर के ज्यादातर लोगों के पेट में दर्द की शिकायतें सामने आईं। मेरे और मेरी पत्नी के भी पेट में दर्द हुआ तो अल्ट्रासाउंड कराया। मेरे संज्ञान में कई लोग ऐसे हैं, जोकि अल्ट्रासाउंड करा चुके हैं।

कदम सिंह अहलावत, पार्षद, वार्ड-11

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