एजेंडे लगाने की तारीख खत्म, शाम तक पहुंचे पार्षदों के घर पत्र

जागरण संवाददाता रोहतक नगर निगम हाउस की बैठक से पहले भी विवाद शुरू हो गया है। कुछ

By JagranEdited By: Publish:Sat, 18 Sep 2021 07:52 AM (IST) Updated:Sat, 18 Sep 2021 07:52 AM (IST)
एजेंडे लगाने की तारीख खत्म, शाम तक पहुंचे पार्षदों के घर पत्र
एजेंडे लगाने की तारीख खत्म, शाम तक पहुंचे पार्षदों के घर पत्र

जागरण संवाददाता, रोहतक : नगर निगम हाउस की बैठक से पहले भी विवाद शुरू हो गया है। कुछ पार्षदों ने दावा किया है कि 17 सितंबर सुबह 10 बजे तक मेयर कार्यालय में 29 सितंबर को होने वाली निगम हाउस की बैठक के लिए एजेंडे लगाने थे। उन्हें शुक्रवार की शाम तक पत्र मिले। कुछ पार्षदों को पत्र मिले ही नहीं। वहीं, पार्षदों ने कहा है कि पीछे दौड़-आगे दौड़ वाला सिस्टम नगर निगम में है। पिछले एजेंडों पर कुछ काम नहीं हुआ, जबकि फिर से एजेंडे मांगे जा रहे हैं।

पार्षदों की मांग पर नगर निगम हाउस की बैठक 29 सितंबर को होगी। नगर निगम के आयुक्त ने बैठक की तारीख तो तय कर दी, लेकिन पार्षदों का गुस्सा शांत नहीं। पार्षद कदम ने सवाल किए हैं कि शहर की जनता को बड़े विकास की उम्मीद तो टूट ही गई है। टूटी सड़कों पर चलना किसी खतरे से कम नहीं। हादसों को लेकर कोई संज्ञान नहीं। पार्षद मंजू हुड्डा का कहना है कि कोई बताने वाला नहीं कि बंद पड़े काम कब से शुरू होंगे। गड्ढों के बीच से गुजरना किसी खतरे से कम नहीं। यह भी कहा कि नगर निगम हाउस की बैठक इसी शर्त पर होनी चाहिए कि सभी काम तत्काल होंगे। नहीं तो बैठक-बैठक का खेल कब तक होता रहेगा। पार्षद गुलशन की चुटकी, कहा बरात भी जलजमाव के बीच से निकालनी पड़ेंगी

अब पार्षदों ने चुटकी ली है कि जनस्वास्थ्य विभाग, नगर निगम की लापरवाही का खामियाजा जनता को भुगतना पड़ रहा है। वार्ड-15 के पार्षद गुलशन ईशपुनियानी ने कहा कि जनता को बरात भी जल जमाव के बीच से निकालनी पड़ेगी। यह भी कहा कि हमारे लिए यह शर्म की बात है। यह भी कहा कि यह तो हमारे लिए शर्म से डूब मरने जैसे हालात हैं। हमारे शहर में दूसरे कस्बे से बरात आई और जल जमाव के बीच से घुड़चढ़ी हुई। पार्षद सोनू ने किलोई को सौंपी शिकायत

रोड एवं बिल्डिग सब कमेटी की चेयरमैन एवं वार्ड-20 की पार्षद पूनम किलोई के प्रतिनिधि सूरजमल किलोई को वार्ड-8 के पार्षद सोनू ने शिकायत दी है। पार्षद सोनू का आरोप है कि अवैध निर्माण पर शिकंजा कसने के लिए हमने सब कमेटी की बैठक में मामला उठाया था। मगर शिकायतों पर कार्रवाई नहीं हुई। यह भी कहा कि इस प्रकरण में कार्रवाई के साथ भेदभाव पूर्ण मामले बंद नहीं हुए तो आंदोलन करेंगे। हाउस की बैठक में भी मामला उठाया जाएगा। वर्जन

हमें यह जानकारी नहीं हैं कि पत्र पार्षदों के घर नहीं पहुंचे हैं और आखिरी तारीख शुक्रवार को ही थी। अब अधिकारियों से बात करके यही तय कराएंगे कि सोमवार तक पार्षद एजेंडे लगाएं, हालांकि आखिरी फैसला अधिकारी ही करेंगे।

मनमोहन गोयल, मेयर, नगर निगम

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हाउस की बैठक 28 सितंबर को होगी, हमने तारीख तय कर दी है।

डा. नरहरि बांगड़, आयुक्त, नगर निगम

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मुझे शुक्रवार की शाम को पत्र मिला है कि एजेंडे 17 सितंबर सुबह तक लगाने हैं। यह पहला मौका नहीं है, पहले भी इसी तरह की लापरवाही सामने आ चुकी हैं। विकास कार्य पटरी से उतरे हुए हैं।

गुलशन ईशपुनियानी, पार्षद, वार्ड-15

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हमें यह भी जानकारी नहीं है कि हाउस की बैठक कब की है। क्योंकि हमारे पास कोई पत्र नहीं आया। इसलिए एजेंडे कब तक लगाने हैं यह भी जानकारी नहीं है।

सूरजमल किलोई, पार्षद पूनम किलोई प्रतिनिधि, वार्ड-20

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नगर निगम ने पुराने एजेंडों पर क्या काम किया यह कोई नहीं बताएगा। सभी सेक्टर बरसात में पानी में डूबे रहे। दूषित पानी की आपूर्ति पूरे शहर में है। कुत्ते, बंदर और बेसहारा पशुओं का सेक्टरों में आतंक है। सड़कें टूटी पड़ी हैं, यदि यही काम अधिकारी करा दें तो हमें बैठक की जरूरत ही नहीं।

कदम सिंह अहलावत, पार्षद, वार्ड-11

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हिसार रोड की 40 हजार की आबादी तक शुद्ध पानी पहुंचाने के लिए हिसार रोड औद्योगिक क्षेत्र के जलघर की मरम्मत होनी थी। यहां काम कराने के बजाय आज तक कोई पूछने नहीं आया। जनता इस सीजन में भी तंग रही। कोई सुनने वाला नहीं। कई बार तो लगता है कि यहां नगर निगम है कि नहीं। अब एजेंडे क्यों लगाएं।

कृष्ण सेहरावत, पार्षद, वार्ड-1

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जल जमाव वाले क्षेत्रों में अधिकारी गए ही नहीं। यदि जाते तो उन्हें कबीर कालोनी की भी समस्या पता चलती। पार्षदों को अधिकारी तवज्जो नहीं देते। सब कमेटी की बैठक में हुए फैसले लागू नहीं हुए।

सोनू, पार्षद, वार्ड-8।

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