कष्टों का निवारण केवल प्रभु स्मरण से : स्वामी विकासानंद

बाबा चमन ऋषि धाम खरावड़ पर भागवत कथा का पांचवा दिन रहा। ऋषिकेश से आए कथा वाचक स्वामी विकाशानंद महाराज ने बुधवार को श्रीकृष्ण जन्म की कथा सुनाई।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 29 Oct 2020 08:23 AM (IST) Updated:Thu, 29 Oct 2020 08:23 AM (IST)
कष्टों का निवारण केवल प्रभु स्मरण से : स्वामी विकासानंद
कष्टों का निवारण केवल प्रभु स्मरण से : स्वामी विकासानंद

जागरण संवाददाता, रोहतक : बाबा चमन ऋषि धाम खरावड़ पर भागवत कथा का पांचवा दिन रहा। ऋषिकेश से आए कथा वाचक स्वामी विकाशानंद महाराज ने बुधवार को श्रीकृष्ण जन्म की कथा सुनाई।

स्वामी विकासानंद ने कहा कि अनेक कष्टों के बाद प्रभु की कृपा से आनंद की प्राप्ति होती है। जिस प्रकार से वासुदेव महाराज और देवकी माता को अनेक प्रकार की प्रताड़ना और दुख सहने के उपरांत श्रीकृष्ण के जन्म के समय आनंद की विभूति हुई और उनके सब कष्टों का निवारण हुआ। भगवान को स्मरण करने वाले, राधा व मीरा की तरह उनकी भक्ति से मुक्ति पाते हैं। सब का ईश्वर कष्ट निवारण करते हैं। भक्ति मार्ग पर चलते हुए राधा, मीरा और चेतनमहाप्रभु ने प्रभु को पाया। भक्ति से ही उनको मुक्ति मिली, उनके लिए मोक्ष के द्वार खुल गए। ईश्वर सिमरन के लिए सबको सुबह शाम जरूर समय निकालना चाहिए। इससे मनुष्य को शक्ति मिलती है और जीवन में कभी कष्ट नहीं आते।

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