स्ट्रॉ बेलर मशीन से पराली प्रबंधन पर मिलेगी प्रोत्साहन राशि

जिले के किसान पराली का उचित प्रबंध करके अपनी आय को बढ़ा सकते है। इससे रसायन खाद की खरीद पर किए जाने वाले खर्च को कम किया जा सकेगा।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 24 Oct 2020 09:13 AM (IST) Updated:Sat, 24 Oct 2020 09:13 AM (IST)
स्ट्रॉ बेलर मशीन से पराली प्रबंधन पर मिलेगी प्रोत्साहन राशि
स्ट्रॉ बेलर मशीन से पराली प्रबंधन पर मिलेगी प्रोत्साहन राशि

जागरण संवाददाता, रोहतक : जिले के किसान पराली का उचित प्रबंध करके अपनी आय को बढ़ा सकते है। जिला उपायुक्त मनोज कुमार ने कहा है कि रिवर्सिबल प्लो, रोटावेटर, स्ट्रॉ चोपर, मलचर, सुपर सीडर व जीरो टिलेज मशीनों का प्रयोग करके पराली को खेत की मिट्टी में मिलाकर मिट्टी के पोषक तत्वों को बढ़ाया जा सकता है। इससे रसायन खाद की खरीद पर किए जाने वाले खर्च को कम किया जा सकेगा। इन मशीनों का प्रयोग होने से भूमि की पानी सोखने की क्षमता व उर्वरा शक्ति बढ़ेगी। दूसरी ओर इन मशीनों का प्रयोग करके पराली जलाने वाली घटनाओं को रोका जा सकेगा जिससे पर्यावरण बचाने में मदद मिलेगी। कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की ओर से उन किसानों को 1000 रुपये प्रति एकड़ या 50 रुपये प्रति क्विटल की दर से प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। जो किसान स्ट्रॉ बेलर मशीन से पराली की गांठ बनवाकर फैक्टरी में बेचेगा या पंचायती जमीन पर संग्रह करेगा। ऐसे किसानों को विभाग के पोर्टल पर पंजीकरण करवाना अनिवार्य होगा। पंजीकरण करवाने के बाद कृषि विभाग में आवेदन देना होगा।

सहायक कृषि अभियंता विजय कुमार कुंडू ने बताया कि किसान को फसल अवशेष के बंडल बनाने की जानकारी देनी होगी। प्रोत्साहन राशी के लिए फसल अवशेष बंडल को सेल करने, ग्राम पंचायत या प्राइवेट जमीन में स्टोर करने का प्रमाण देना होगा।

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