लाखों रुपये जुर्माने के बाद भी नहीं सुधर रहे दुकानदार, पांच पर कार्रवाई

शहर में दुकानदारों पर खूब सख्ती बरती जा रही है लेकिन नियमों का पालन नहीं हो रहा। अभी तक दुकानदारों पर करीब 11 लाख रुपये का जुर्माना किया जा चुका है। फिर भी दुकानदार सुधरने का नाम नहीं ले रहे। पिछले कई माह से निगम की टीमें रविवार को निरीक्षण करके नियमों के विपरीत खुलने वाली दुकानों को चिह्नित करते हैं। एक बार फिर से दुकानें खुली मिलने पर पांच दुकानदारों पर जुर्माना लगाया गया है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 28 Sep 2020 07:01 AM (IST) Updated:Mon, 28 Sep 2020 07:01 AM (IST)
लाखों रुपये जुर्माने के बाद भी नहीं सुधर रहे दुकानदार, पांच पर कार्रवाई
लाखों रुपये जुर्माने के बाद भी नहीं सुधर रहे दुकानदार, पांच पर कार्रवाई

जागरण संवाददाता, रोहतक : शहर में दुकानदारों पर खूब सख्ती बरती जा रही है, लेकिन नियमों का पालन नहीं हो रहा। अभी तक दुकानदारों पर करीब 11 लाख रुपये का जुर्माना किया जा चुका है। फिर भी दुकानदार सुधरने का नाम नहीं ले रहे। पिछले कई माह से निगम की टीमें रविवार को निरीक्षण करके नियमों के विपरीत खुलने वाली दुकानों को चिह्नित करते हैं। एक बार फिर से दुकानें खुली मिलने पर पांच दुकानदारों पर जुर्माना लगाया गया है।

नगर निगम की टीमों ने शहीद भगत सिंह पार्किग के निकट, दिल्ली गेट, गोहाना अड्डा, दिल्ली रोड और गांधी कैंप में निरीक्षण किया। कार्रवाई से जुड़े अधिकारियों ने बताया है कि नगर निगम आयुक्त प्रदीप गोदारा के आदेशानुसार प्रतिबंधित प्लास्टिक के चालान काटने की कार्रवाई शुरू की गई है। निगम की टीम ने शहीद भगत सिंह पार्किंग के निकट व गांधी कैंप में प्रतिबंधित पोलीथिन उपयोग करने वाले तीन दुकानदारों के चालान काटे गए। वहीं, गांधी कैंप में दुकानें खोलने पर दो दुकानदारों के चालान काटे गए। निगम की टीम ने कुल चार हजार रुपये का शुल्क वसूला। कार्रवाई के दौरान नोडल अधिकारी सुमित फौगाट, सहायक सफाई निरीक्षक संदीप राठी, सहायक सफाई निरीक्षक कृष्ण लाल और सहायक सफाई निरीक्षक परमजीत आदि मौजूद रहे।

2 अक्टूबर से शुरू होगा स्वच्छता अभियान

नगर निगम प्रशासन ने स्वच्छ सर्वेक्षण-2021 का आगाज दो अक्टूबर से करेगा। निगम प्रशासन की तरफ से प्रतिबंधित पोलीथिन का उपयोग बंद कराएंगे। चालान काटने की कार्रवाई शुरू हो गई है। वहीं, सूखा-गीला कचरा डालने पर पूरी तरह से प्रतिबंध किया जाएगा। तीन अक्टूबर से सूखा-गीला कचरा डालने पर पूरी तरह से रोक होगी। सीधे तौर से कहें तो अगले साल होने वाले स्वच्छ सर्वेक्षण के लिए 51 बिदुओं पर ब्योरा परखा जाएगा। इसलिए इतने ही स्वच्छता जनरल बनाए जाएंगे।

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