श्रद्धालुओं की आस्था का प्रतीक है हनुमान मंदिर स्थित शिवलिग
श्रावण का महीना शुरू होते ही मंदिरों में बम-बम भोले के जयकारे गूंज रहे हैं। शिवरात्रि को लेकर श्रद्धालुओं में उत्साह बना हुआ है। शहर में मानसरोवर पार्क के निकट स्थित हनुमान मंदिर में स्थापित नर्मदेश्वर शिवलिग भी श्रद्धालुओं की आस्था का प्रतीक है।
जासं, रोहतक : श्रावण का महीना शुरू होते ही मंदिरों में बम-बम भोले के जयकारे गूंज रहे हैं। शिवरात्रि को लेकर श्रद्धालुओं में उत्साह बना हुआ है। शहर में मानसरोवर पार्क के निकट स्थित हनुमान मंदिर में स्थापित नर्मदेश्वर शिवलिग भी श्रद्धालुओं की आस्था का प्रतीक है। पुजारी ने बताया कि शिवरात्रि को लेकर तैयारियां जोरों पर चल रही है। हालांकि कोरोना महामारी के कारण इस बार भी अनेक लोग अपने घरों में ही रहकर शिवरात्रि का त्योहार मनाएंगे। लेकिन अनेक लोग ऐसे भी हैं जो मंदिरों में शिवरात्रि मनाएंगे।
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इतिहास :
मंदिर के पुजारी ने बताया कि इस मंदिर की स्थापना 2009 में हुई है। दमकल विभाग व जनता के सहयोग से इस मंदिर की स्थापना हुई है। नर्मदा नदी से लगाए गए नर्मदेश्वर शिवलिग की यहां स्थापना की गई है। मंदिर में सुबह शाम भक्तों का आवागमन होता रहता है। यहां शिवलिग पूरे परिवार के साथ स्थापित है। यह शिवलिग भक्तों की अगाध श्रद्धा व आस्था का प्रतीक बना हुआ है।
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तैयारियां :
श्रावण माह की त्रयोदशी के दिन आने वाली शिवरात्रि को लेकर इस मंदिर में तैयारियां की जा रही हैं। मंदिर में भक्तों की श्रद्धा को देखते हुए खास प्रबंध किए जाएंगे। वहीं शिवलिग पर रूद्र अभिषेक भी शुरू कर दिया गया है। मंदिर में रोजाना पूजा अर्चना की जा रही है।
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इस मंदिर में वे पिछले चार साल से परिवार सहित आ रहे हैं। मंदिर के प्रति उनकी विशेष आस्था बनी हुई है। यहां जो भी मन्नत वे सच्चे मन से मांगते हैं। वह पूरी हो जाती है। वे शिवरात्रि पर भी मंदिर में भगवान शिव का जलाभिषेक करने आते हैं।
- सन्नी गाबा, श्रद्धालु, दुर्गा कालोनी, रोहतक । जागरण
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यहां स्थित शिव मंदिर के प्रति भी भक्तों की आस्था बनी हुई है। शिवरात्रि पर यहां विशेष सजावट की जाएगी। यहां छह अगस्त को शिवरात्रि पर्व मनाया जाएगा। यहां दूर दूर से श्रद्धालु आते हैं।
- पंडित अशोकानंद, पुजारी हनुमान मंदिर ।