राजा महेंद्र प्रताप सिंह को मिले भारत रत्न : हरपाल राणा
जागरण संवाददाता रोहतक समाजसेवी हरपाल सिंह राणा शुक्रवार को नांदल खाप के प्रधान के
जागरण संवाददाता, रोहतक :
समाजसेवी हरपाल सिंह राणा शुक्रवार को नांदल खाप के प्रधान के कार्यालय में पहुंचे और विभिन्न खापों के प्रतिनिधियों से मुलाकात की। उन्होंने भारत की आजादी की लड़ाई के महान क्रांतिकारी ,स्वतंत्रता सेनानी और समाज सुधारक राजा महेंद्र प्रताप सिंह को भारत रत्न दिलाने की मांग के लिए खापों का समर्थन मांगा। इसी सिलसिले में वे रोहतक पहुंचे।
उन्होंने बताया कि राजा महेंद्र प्रताप सिंह ने एक दिसंबर 1915 को काबुल में पहली अनंतिम भारत सरकार बनाई थी और वे उसके राष्ट्रपति बने थे, मौलाना बरकतउल्ला उनके प्रधानमंत्री, ओबेदुल्ला सिधी गृहमंत्री और चंपक रामन पिल्लई विदेश मंत्री थे। वहीं पर उन्होंने आजाद हिद फौज की स्थापना की थी । उन्होंने भारत को स्वतंत्र कराने के लिए रूस ,चीन ,जापान, जर्मन और तुर्की आदि देशों का समर्थन प्राप्त किया । हालाकि 1919 में अंग्रेजों के दबाव के चलते उनकी सरकार को काबुल से हटा दिया गया था । उसके बाद वे लगभग 27 साल विदेशों में भारत की स्वतंत्रता के लिए प्रचार प्रसार करते रहे ।आजादी के बाद वे सांसद रहे और अपने समाज सुधार के कार्यों में हमेशा अग्रणी रहे। उन्होंने मुस्लिम विश्वविद्यालय अलीगढ़ के लिए अपनी जमीन दान की थी ताकि शिक्षा का प्रचार प्रसार हो सके।राजा महेंद्र प्रताप सिंह को भारत रत्न मिले, इसके वे सच्चे हकदार हैं। इस मांग के लिए उन्होंने आर्य चौपाल, प्रेम नगर में एक सभा को भी संबोधित किया । इस अवसर पर उपस्थित रोहतक खाप 84 प्रधान हरदीप अहलावत ,नांदल खाप प्रधान डा. सुरेश नांदल, अहलावत खाप प्रधान जय सिंह, कादयान खाप प्रधान केदार सिंह कादयान, सर्व खाप संयोजक चौधरी महेंद्र सिंह नांदल, सर्वखाप प्रवक्ता कैप्टन जगबीर मलिक, देशवाल खाप प्रतिनिधि सुरेश देशवाल, मलिक खाप प्रतिनिधि, धर्मपाल सिंह मलिक, नेहरा खाप प्रतिनिधि शमशेर सिंह नेहरा और राजवीर मलिक ने उन्हें विश्वास दिलाया कि सर्वखाप राजा महेंद्र प्रताप सिंह को भारत रत्न दिलाने की मांग में उनका हर प्रकार से समर्थन और सहयोग करेंगी।