अब सोलर प्लांट से बिजली बनाकर निगम को बेचेगा रेलवे

पुनीत शर्मा, रोहतक रेलवे की ओर से स्टेशन पर सोलर प्लांट लगाकर निगम को बिजली बेची जाएग

By JagranEdited By: Publish:Wed, 20 Feb 2019 12:12 AM (IST) Updated:Wed, 20 Feb 2019 12:12 AM (IST)
अब सोलर प्लांट से बिजली बनाकर निगम को बेचेगा रेलवे
अब सोलर प्लांट से बिजली बनाकर निगम को बेचेगा रेलवे

पुनीत शर्मा, रोहतक

रेलवे की ओर से स्टेशन पर सोलर प्लांट लगाकर निगम को बिजली बेची जाएगी। इसके लिए केंद्र सरकार ने दिल्ली की एक कंपनी को टेंडर जारी कर दिया है। कंपनी एक माह के अंदर प्लांट लगा देगी, जिसके बाद प्लांट से प्रति वर्ष 3.15 लाख यूनिट बिजली बनेगी। इससे रेलवे को प्रतिवर्ष 13.41 लाख रुपये की बचत होगी और प्रदूषण मुक्त बिजली मिलने से यात्रियों को सुविधा होगी।

योजना के तहत स्टेशन परिसर की छत और प्लेटफार्म पर लगे टीन शेड पर सोलर प्लेटें लगाई जाएंगी। कुल 225 किलोवाट की क्षमता वाले प्लांट के 25 वर्षों तक अनुरक्षण का कार्य कंपनी का होगा।

रेलवे द्वारा प्रतिवर्ष करीब 1.40 लाख यूनिट बिजली का उपयोग किया जाता है। इसके लिए रेलवे प्रति यूनिट करीब 9.26 पैसे के अनुसार बिल देता है, जोकि सालाना करीब 1.5 करोड़ रुपये बैठता है। महंगी बिजली से निजात पाने के लिए रेलवे द्वारा सोलर प्लांट लगाने का प्रस्ताव तैयार किया गया। इसके लिए केंद्र सरकार द्वारा दिल्ली की एज्योर पावर को ठेका देते हुए सोलर प्लांट लगाने के आदेश दिए हैं। कंपनी द्वारा स्टेशन की छत पर 25 किलोवाट, प्लेटफार्मों पर लगे टीन शेडों पर 200 किलोवाट समेत कुल 225 किलोवाट का प्लांट लगाया जाना है। इससे प्रतिवर्ष 3.15 लाख यूनिट बिजली का उत्पादन किया जा सकेगा। 13.41 लाख रुपये की बिजली होगी उत्पादित

रेलवे स्टेशन पर लगाए जाने वाले सोलर प्लांट से प्रतिवर्ष 13,41,900 रुपये की बिजली उत्पादित होगी। अफसरों के अनुसार 25 किलोवाट का सोलर प्लांट एक वर्ष में 35 हजार यूनिट बिजली का उत्पादन करता है। रेलवे स्टेशन पर कुल 225 किलोवाट क्षमता का प्लांट लगाया जाना है। ऐसे में प्लांट द्वारा प्रतिवर्ष 3.15 लाख यूनिट बिजली का उत्पादन किया जाएगा। उक्त बिजली को रेलवे द्वारा 4.26 रुपये प्रति यूनिट की दर से बिजली निगम को बेचा जाएगा। इसे रेलवे के बिल की राशि में समायोजित किया जाएगा। स्टेशन के 11 केवीए फीडर से जोड़ा जाएगा प्लांट

रेलवे स्टेशन के लिए बिजली निगम द्वारा 11 केवीए फीडर बनाकर बिजली सप्लाई दी हुई है। अभी तक 11 केवीए लाइन पर ही मीटर लगाकर बिजली की खपत का आंकलन किया जाता है। सोलर प्लांट चालू होने के बाद एक इन्वर्टर के माध्यम से बिजली के मीटर से लाइन को जोड़ा जाएगा, ताकि सोलर प्लांट से उत्पादित बिजली का आंकलन किया जा सके। इसे 11 केवीए लाइन के माध्यम से ही वापस बिजली निगम को बेचा जा सकेगा। मीटर में सोलर प्लांट द्वारा उत्पादित बिजली और स्टेट इलेक्टिसिटी बोर्ड की बिजली की खपत अलग-अलग दर्शाई जा सकेगी। वर्जन ---

केंद्र सरकार की ओर से प्लांट लगाने के आदेश जारी किए गए हैं। अगले दो दिन में कार्य शुरू किया जा सकता है। 225 किलोवाट की क्षमता वाले प्लांट से प्रतिवर्ष करीब 3.15 लाख यूनिट बिजली उत्पादन किया जाएगा।

महावीर ¨सह डागर, फोरमैन, रेलवे। वर्जन

सरकार की ओर से प्लांट लगाने का कार्य शुरू करने के आदेश दिए हैं। विभिन्न स्टेशनों पर प्लांट लगाने का कार्य चल रहा है। रोहतक स्टेशन पर कार्य शुरू करने की कोशिश की जा रही है। अगले एक माह में प्लांट तैयार करके देना है।

सुमित कुमार, इंजीनियर, एज्योर पावर कंपनी।

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