शोध कार्य में सामाजिक प्रासंगिकता की मनोवृत्ति जरूरी : प्रो. राजबीर

शोध कार्य में सामाजिक प्रासंगिकता राष्ट निर्माण के प्रति समर्पण तथा समस्या निवारण मूलक मनोवृत्ति की वकालत करते हुए महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.राजबीर सिंह ने विश्वविद्यालय में उत्कृष्ट शोध संस्कृति की प्रतिष्ठापना का संकल्प लेने का आह्वान किया।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 16 Jan 2021 07:09 AM (IST) Updated:Sat, 16 Jan 2021 07:09 AM (IST)
शोध कार्य में सामाजिक प्रासंगिकता की मनोवृत्ति जरूरी : प्रो. राजबीर
शोध कार्य में सामाजिक प्रासंगिकता की मनोवृत्ति जरूरी : प्रो. राजबीर

जागरण संवाददाता, रोहतक :

शोध कार्य में सामाजिक प्रासंगिकता, राष्ट: निर्माण के प्रति समर्पण, तथा समस्या निवारण मूलक मनोवृत्ति की वकालत करते हुए महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.राजबीर सिंह ने विश्वविद्यालय में उत्कृष्ट शोध संस्कृति की प्रतिष्ठापना का संकल्प लेने का आह्वान किया। उन्होंने विश्वविद्यालय के शोधार्थियों के क्षमता संवर्धन तथा उनके शोध कार्य में गुणवत्ता अभिवृद्धि के लिए संकाय अधिष्ठाताओ तथा विभागाध्यक्षों को अपना योगदान देने को कहा।

एमडीयू के चौ.रणबीर सिंह इंस्टीटयूट आफॅ सोशल एंड इकोनोमिक चेंज (सीआरएसआइ) के तत्वावधान में शुक्रवार को 'रिसर्च एण्ड कैपसिटिी बिल्डिग एमंग यंग फैकल्टीज एण्ड रिसर्च स्कालर्स' विषयक मंथन बैठक में कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने कहा कि शोध को सामाजिक सरोकारों से जोड़े। कुलपति ने नवोन्मेषी शोध के लिए अपील की। प्रो. राजबीर सिंह ने कहा कि अच्छे शोधार्थी में शोध के प्रति जोरा-जज्बा-जूनून होना चाहिए। कुलपति ने इंटा डिसीप्लीनरी रिसर्च तथा एक्शन रिसर्च पर फोकस करने की अपील की।

इससे पूर्व, शैक्षणिक मामलों के अधिष्ठाता प्रो. एके राजन ने कहा कि रिसर्च इको सिस्टम को सु²ढ़ करने की जरूरत है। इसमें शोध का सोशल कनेक्ट महत्वपूर्ण है। प्रत्येक विभाग को अपने-अपने विशिष्ट शोध क्षेत्र विकसित करने होंगे। शोध की सामाजिक तथा राष्ट्रीय सार्थकता की बात प्रो. राजन ने कही।

कार्यक्रम के प्रारंभ में निदेशक सीआरएसई प्रो इंद्रजीत ने कहा कि इस मंथन बैठक का आयोजन विश्वविद्यालय के नए शोधार्थियों तथा युवा प्राध्यापकों को शोध की नई दिशा देने के लिए किया गया है। उन्होंने कहा कि कुलपति की प्रेरणा से सीआरएसआइ के तत्वावधन से इस वर्ष में शोधार्थियों के कैपीसिटी बिल्डिग कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। विश्वविद्यालय द्वारा तैयार शोध रोड मैप को पूरा करने में सीआरएसआइ पूरा सहयोग देगा, ऐसा प्रो. इंद्रजीत का कहना था।

निदेशक, सेंटर फॉर कम्युनिकेशन एण्ड साफ्ट स्किल्ज प्रो. आशीष दहिया ने इस बैठक में कम्यूनिकेशन तथा साफ्ट स्किल्ज पाठ्यक्रमों की जानकारी दी। कार्यक्रम का संचालन प्रो. इंद्रजीत सिंह ने किया। आभार प्रदर्शन निदेशक शोध प्रो. एके छिल्लर ने किया। विभिन्न संकायों के अधिष्ठाता तथा विभागाध्यक्ष कार्यक्रम में उपस्थित रहे।

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