पुलिस बांट रही खाद के टोकन, अपराधी हो गए हैं बेखौफ : दीपेंद्र हुड्डा
जागरण संवाददाता रोहतक राज्यसभा सदस्य दीपेंद्र हुड्डा ने प्रदेश में खाद की घोर किल्लत अ
जागरण संवाददाता, रोहतक :
राज्यसभा सदस्य दीपेंद्र हुड्डा ने प्रदेश में खाद की घोर किल्लत और खाद की कालाबाजारी पर गहरी चिता व्यक्त करते हुए कहा कि मंडियों में लुटा-पिटा किसान अब अगली फसल बुआई न हो पाने, फसल बर्बादी के डर से खाद पाने के लिए मिन्नतें कर रहा है। किसान का पूरा परिवार यहां तक कि बुजुर्ग और बच्चे भी भूखे-प्यासे लाइनों में लगकर खाद का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन उन्हें खाद नहीं मिल रही है। किसान इस बात से दु:खी है कि पर्याप्त खाद नहीं मिली तो अगली फसल की बिजाई भी नहीं हो पाएगी। इससे किसान पर दोहरी मार पड़े रही है। उसकी एक फसल तो बर्बाद हो गयी और अब रबी की फसल की बिजाई नहीं हो पायेगी। इससे सबसे बुरी तरह से वो किसान मारा जायेगा जो ठेके पर जमीन लेकर खेती करके अपने परिवार को पालता है। उन्होंने आरोप लगाया कि खाद किल्लत के पीछे सीधे-सीधे कालाबाजारी प्रमुख कारण है। क्योंकि खाद किल्लत और कालाबा•ारी का करीबी रिश्ता है, जो बिना सरकारी संरक्षण के संभव नहीं। दीपेंद्र हुड्डा ने प्रदेश में खाद की कालाबाजारी पर रोक लगाने और खाद की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने की मांग की।
दीपेंद्र ने कहा कि प्रदेश के लगभग हर जिले में खाद की किल्लत को लेकर मचे हा-हाकार के चलते किसानों को मजबूरन प्रदेश से सटे आस-पास के जिलों में जाना पड़ रहा है। हिसार, भिवानी, महेन्द्रगढ़, पलवल आदि जिलों में सरसों की अगेती बुआई का समय है तो पानीपत, करनाल, अंबाला जिलों में आलु बिजाई के लिए किसानों को डीएपी खाद किल्लत झेलनी पड़ रही है। उन्होंने सवाल किया कि अन्नदाता से सरकार आखिर कौन से जन्म का बदला ले रही है? सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि सरकार खाद उपलब्धता के झूठे दावे करने की बजाय तुरंत पर्याप्त खाद उपलब्ध कराने पर ध्यान दे।