शहर के दो बड़े बाजार, एक पर पुलिस अलर्ट, दूसरे पर पसरा सन्नाटा
अपराध चरम पर है। दिनदहाड़े स्वर्णकार से लूटपाट कर गोली मार दी जा रही है। शहर में कहां सुरक्षा कैसी है इसे लेकर दैनिक जागरण ने पडताल की।
विनीत तोमर, रोहतक : अपराध चरम पर है। दिनदहाड़े स्वर्णकार से लूटपाट कर गोली मार दी जाती है। महिला खिलाड़ी का गला रेत दिया जाता है तो वहीं सरेशाम हाईवे पर ऑटो सवार युवक की हत्या कर दी जाती है। इसके अलावा भी जिले में अपराध की ताबड़तोड़ वारदात हो रही है। इन सबके बीच दैनिक जागरण ने मंगलवार को रात का रिपोर्टर अभियान के तहत शहर के सबसे बड़े बाजार के मुख्य मार्गाें का मौका मुआयना किया। जो दो अलग-अलग तरीके सीन दिखाई दिए। रेलवे रोड पर करीब डेढ़ किलोमीटर के दायरे में पुलिस की दो पीसीआर के अलावा राइडर भी गश्त पर थी और व्यापारियों के निजी पहरेदार भी दुकानों की रखवाली कर रहे थे तो वहीं किला रोड पर पूरी तरह से सन्नाटा पसरा हुआ था। जहां पुलिस की एक पीसीआर तो बड़ी बात है, बल्कि एक पुलिसकर्मी तक भी दिखाई नहीं दिया। समय : रात 12:15 बजे
हालात-ए-किला रोड
दैनिक जागरण टीम सबसे पहले सोनीपत स्टैंड से होते हुए गोहाना अड्डा पहुंची। वहां पर पुलिस की एक पीसीआर खड़ी दिखाई दी। जिसमें दो पुलिसकर्मी बैठे थे। इसके बाद टीम गलियों से होते हुए सीधे किला रोड की पार्किंग पर पहुंची। करीब एक किलोमीटर के दायरे में किला रोड पर बड़े-बड़े शोरूम और दुकानें है। यह शहर की बड़ी मार्केट में से एक है, जहां पर अक्सर चोरी की घटनाएं भी होती है, लेकिन यहां पर जो सीन दिखाई दिया वह सुरक्षा के लिहाज से ठीक नहीं था। एक किलोमीटर के दायरे में ना कोई पीसीआर और ना ही राइडर। यहां पर टीम करीब 20 मिनट तक रूकी, लेकिन कोई यह पूछने वाला नहीं था कि इतना रात में यहां क्या कर रहे हो। कुल मिलाकर सुरक्षा के कोई बंदोबस्त नहीं थे। यह एरिया पुरानी सब्जी मंडी थाना क्षेत्र में आता है। समय : रात 12:50
यहां पर पुलिस दिखी अलर्ट
किला रोड पर सुरक्षा के बंदोबस्त जांचने के बाद टीम सीधे रेलवे रोड पर पहुंची। रेलवे रोड पर सबसे अधिक स्वर्णकारों की दुकान है। यहां का जो नजारा दिखाई दिया वह किला रोड से बिल्कुल विपरीत था। रेलवे रोड पर एंट्री करते ही दुकान के सामने डंडा लिए एक निजी पहरेदार बैठा था। जिसे व्यापारियों ने खुद के खर्च पर रखा हुआ है। थोड़ा आगे चलने के बाद पुलिस की गाड़ी रोड पर खड़ी दिखाई दी। जिसमें एक एसआइ और दो सिपाही थे। टीम को देखते ही वह गाड़ी से उतरे और टीम से वहां पर घूमने का कारण भी पूछा। कुछ देर टीम उनके पास रूकी और फिर आगे की तरफ बढ़ी। थोड़ा आगे चलते ही इस रोड पर अग्रसैन चौक पर भी पुलिस की पीसीआर खड़ी थी। पुलिसकर्मी सुनारों वाली गली में गश्त कर रहे थे। कुल मिलाकर दिन में स्वर्णकार से हुई लूटपाट की घटना के बाद पुलिस यहां पर पूरी तरह से अलर्ट मोड में दिखाई दी। 10 से अधिक निजी पहरेदार भी करते हैं रखवाली
रेलवे रोड पर पुलिस की मुस्तैदी नजर आई, लेकिन फिर भी व्यापारियों ने अपनी सुरक्षा के लिए निजी पहरेदार रखे हुए हैं। करीब डेढ़ किलोमीटर लंबे इस रोड पर 10 से अधिक निजी पहरेदार रात में दुकानों की रखवाली करते हैं। जिस तरीके से रेलवे रोड पर पुलिस दिखी यदि इसी तरह से शहर के अन्य संवेदनशील इलाकों में भी पुलिस गश्त करें तो अपराध पर काफी हद तक लगाई जा सकती है।