राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन के लिए पीएम ने दिया मंत्र

जागरण संवाददाता रोहतक महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (एमडीयू) केन्द्रीय सरकार द्वारा लागू की

By JagranEdited By: Publish:Fri, 30 Jul 2021 07:50 AM (IST) Updated:Fri, 30 Jul 2021 07:50 AM (IST)
राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन के लिए पीएम ने दिया मंत्र
राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन के लिए पीएम ने दिया मंत्र

जागरण संवाददाता, रोहतक :

महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (एमडीयू) केन्द्रीय सरकार द्वारा लागू की गई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) को समग्र रूप से क्रियान्वित करने के लिए कार्य कर रहा है। विश्वविद्यालय ने एनईपी 2020 के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए टास्क फोर्स का गठन कर जरूरी कार्यवाही प्रारंभ कर दी है। मदवि कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने वीरवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के एनईपी क्रियान्वयन संबंधित राष्ट्रीय संबोधन उपरांत संकायों के डीन के साथ मंथन किया।

मदवि के कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने कुलसचिव प्रो. गुलशन लाल तनेजा, कुलपति के सलाहकार प्रो. ए.के. राजन, डीन, एकेडमिक एफेयर्स प्रो. नवरतन शर्मा, विभिन्न संकायों के डीन तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ प्रधानमंत्री का संबोधन लाइव सुना। ये लाइव प्रसारण कार्यक्रम कुलपति कार्यालय के कांफ्रेंस कक्ष में आयोजित किया गया। विश्वविद्यालय संकायों के डीन तथा अन्य अधिकारियों ने एमडीयू में एनईपी 2020 के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए पूरे समर्पण भाव से कार्य करने की प्रतिबद्धता जताई।

एमडीयू में आज टीकाकरण होगा

रोहतक :

महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (एमडीयू) में 30-31 जुलाई को विवि समुदाय के लिए कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीनेशन ड्राइव का आयोजन किया जाएगा।

कुलसचिव प्रो. गुलशन लाल तनेजा ने बताया कि 30 जुलाई को कोविशिल्ड की प्रथम व दूसरी डोज लगाने के लिए वैक्सीनेशन ड्राइव आयोजित की जाएगी। 31 जुलाई को कोवैक्सीन की दूसरी डोज लगाने के लिए वैक्सीनेशन ड्राइव आयोजित की जाएगी। कुलसचिव प्रो. तनेजा ने बताया कि विश्वविद्यालय के हेल्थ सेंटर में वैक्सीनेशन ड्राइव प्रात: 10.30 बजे से प्रारंभ होंगी।

कुपोषण से दुनिया में 36 मिलियन हो रही मौतें : डा. संजीव

रोहतक :

महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (एमडीयू) के बाटनी विभाग द्वारा संचालित व्याख्यान श्रृंखला कार्यक्रम के तहत वीरवार को बायोफोर्टिफिकेशन ब्रीडर्स प्रस्पेक्टि्व विषय पर आनलाइन व्याख्यान कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इंडियन काउंसिल आफ एग्रीकल्चरल रिसर्च के एडिशनल डायरेक्टर जनरल (आयलसीड्स एंड पल्सीज) डा. संजीव गुप्ता ने बतौर मुख्य वक्ता यह व्याख्यान दिया। डा. गुप्ता ने अपने प्रभावशाली संबोधन में कुपोषण को समाप्त करने की आवश्यकता पर बल देने की बात कही। उन्होंने कहा कि इससे दुनिया भर में सालाना लगभग 36 मिलियन मौतें हो रही हैं। उन्होंने बताया कि विश्व की दो-तिहाई जनसंख्या कुपोषित है। उन्होंने कुपोषण से निपटने की रणनीतियों का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि बायोफोर्टिफिकेशन सबसे प्रभावी तरीका है जिससे आवश्यक पोषण तत्वों से भरपूर फसलों का उत्पादन किया जा सकता है। डा. गुप्ता ने विद्यार्थियों को हार्वेस्ट प्लस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करते हुए कहा कि यह कार्यक्रम कुपोषण को समाप्त करने के वैश्विक प्रयासों को प्रभावी बनाता है। बाटनी विभाग की अध्यक्षा प्रो. विनिता हुड्डा ने प्रारंभ में स्वागत भाषण दिया। प्रो. पुष्पा दहिया ने आभार प्रदर्शन किया। डा. आशा शर्मा ने कार्यक्रम का संचालन एवं समन्वयन किया। इस कार्यक्रम में विभाग के प्राध्यापक, शोधार्थी एवं विद्यार्थी शामिल हुए।

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