पीजीआइ ने बेहतर बनाई व्यवस्था, ट्रामा में लग सकेंगे अधिक बेड

फेस्टिवल सीजन में बढ़ रहे कोविड केसों के चलते पीजीआइ प्रशासन ने तैयारियों में सुधार करना शुरु कर दिया है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 17 Oct 2021 07:03 AM (IST) Updated:Sun, 17 Oct 2021 07:03 AM (IST)
पीजीआइ ने बेहतर बनाई व्यवस्था, ट्रामा में लग सकेंगे अधिक बेड
पीजीआइ ने बेहतर बनाई व्यवस्था, ट्रामा में लग सकेंगे अधिक बेड

विक्रम बनेटा, रोहतक

फेस्टिवल सीजन में बढ़ रहे कोविड केसों के चलते पीजीआइ प्रशासन ने तैयारियों में सुधार करना शुरु कर दिया है। पीजीआइ के ट्रामा सेंटर में अब अकस्मात हालात बिगड़ने पर डेढ़ गुना तक बेड बढ़ाए जा सकते हैं। ऐसे में अब मरीजों को यहां दिक्कत नहीं आने दी जाएगी। इंफ्रास्ट्रक्चर को इस प्रकार से बढ़ाया जा रहा है कि अगर जरुरत पड़े तो उन संसाधनों का प्रयोग कर हालात को सामान्य किया जा सके।

-आपात स्थिति में 200 बेड तक व्यवस्था

पीजीआइ के ट्रामा सेंटर में इस समय 120 बेड की व्यवस्था है। ट्रामा सेंटर के प्रथम तल पर 35 आइसीयू बेड की व्यवस्था है। अकस्मात जरुरत पड़ती है तो इसे 60 बेड तक बढ़ाया जा सकता है। वहीं 90 आक्सीजन बेड की यहां सुविधा है, लेकिन आपात स्थिति के लिए ऐसी तैयारी हो रही है कि इसे करीब 140 तक बढ़ाया जा सके।

-बढ़ाए गए हैं आक्सीजन प्वाइंट

दूसरी लहर से पहले तक दो बेड के लिए एक आक्सीजन प्वाइंट था लेकिन अब हर प्वाइंट के लिए आक्सीजन प्वाइंट लगा दिया गया है। ऐसे में बीच-बीच में अतिरिक्त बेड डाले जा सकेंगे। वहीं 20 से 25 प्वाइंट बाहर रिस्पेशन एरिया में लगवाए जा रहे हैं ताकि यहां आपात स्थिति में बेड रखवाए जा सकें।

-फेस्टिवल सीजन बढ़ा रहा है टेंशन

फेस्टिवल सीजन के दौरान बाजारों में बढ़ रही भीड़ स्वास्थ्य विभाग के लिए टेंशन का कारण बन रही है। बाजारों में इन दिनों खरीददारी के लिए लोग बड़े पैमाने पर पहुंच रहे हैं। सोशल डिस्टेंसिग के नियम यहां पर पूरी तरह से टूट रहे हैं। वहीं दशहरा पर्व पर भी शहर व आसपास के क्षेत्रों में करीब 20 स्थानों पर भीड़ जुटी थी। ऐसी स्थिति कोरोना संक्रमण को लेकर खतरनाक हो सकती हैं। कोविड की तीसरी संभावित लहर से निपटने के लिए हर प्रकार की तैयारियों को किया जा रहा है। ट्रामा सेंटर में बेहतर व्यवस्था तैयार की जा रही है। अगर किसी प्रकार की कोई आपात स्थिति आती है तो मरीजों को किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं आने दी जाएगी।

डा. ईश्वर सिंह, चिकित्सा अधीक्षक, पीजीआइ रोहतक।

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