खुले में शौच करने पर होगा जुर्माना, सर्वे करने कभी भी आ सकती है केंद्रीय टीम
नगर निगम ने स्वच्छ सर्वेक्षण-2021 की तैयारियों का बिगुल फूंक दिया है। सर्वेक्षण की तैयारियों में जुटे अधिकारियों ने फैसला लिया है कि खुले में शौच व पेशाब करने वालों को 200 रुपये प्रति बार जुर्माना देना होगा।
जागरण संवाददाता, रोहतक : नगर निगम ने स्वच्छ सर्वेक्षण-2021 की तैयारियों का बिगुल फूंक दिया है। सर्वेक्षण की तैयारियों में जुटे अधिकारियों ने फैसला लिया है कि खुले में शौच व पेशाब करने वालों को 200 रुपये प्रति बार जुर्माना देना होगा। इसी तरह सार्वजनिक स्थानों पर गंदगी फैलाने वालों पर जुर्माना किया जाएगा।
निगम आयुक्त ने स्वच्छ सर्वेक्षण की तैयारियों की समीक्षा की। संबंधित अधिकारियों को दो टूक कहा है कि लापरवाही किसी भी स्तर से बर्दाश्त नहीं होगी। रोहतक शहर को स्वच्छता में सर्वोच्च स्थान प्राप्त करने के लिए सभी विभागों का सहयोग मांगा गया है। नगर निगम के आयुक्त प्रदीप गोदारा ने चेतावनी दी है कि जो भी नियमों को तोड़ेंगे उनके नाम भी सार्वजनिक किए जाएंगे। आमजन की सुविधा के लिए नगर निगम ने सार्वजनिक/सामुदायिक शौचालयों का निर्माण कराया है। इसलिए इन शौचालयों का ही उपयोग किया जाए। बैठक में क्षेत्रीय कराधान अधिकारी जगदीश चंद्र, सुरेंद्र गोयल भू-अधिकारी, सुंदर सिंह मुख्य सफाई निरीक्षक, रमेश, सचिन सफाई निरीक्षक, विपिन, परमजीत, सहायक सफाई निरीक्षक कृष्णलाल, सुमित फोगाट, प्रदीप, संदीप राठी, सुशील सहायक सफाई निरीक्षक, रजत सिटी टीम लीडर आदि उपस्थित रहे। छह विभागों के अधिकारियों से वार्ता, मांगा सहयोग
आयुक्त ने नगर निगम की सभी शाखाओं के अधिकारियों-कर्मचारियों को आदेश दिए हैं कि अपने अधिकार क्षेत्र में शौचालयों का निरीक्षण करें। अपने क्षेत्रों को साथ-सुथरा करवाना सुनिश्चित करें ताकि आमजन को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो। बैठक के दौरान ही आयुक्त जनस्वास्थ्य विभाग के अधीक्षण अभियंता, महाप्रबंधक हरियाणा राज्य परिवहन, रेलवे स्टेशन के स्टेशन मास्टर, सचिव मार्केट कमेटी आदि से दूरभाष के माध्यम से संपर्क किया। आयुक्त ने बताया कि केंद्र सरकार की टीम सर्वेक्षण के लिए कभी भी आ सकती है। यह भी सहयोग मांगा है कि अपने-अपने अधिकार क्षेत्र में साफ-सफाई, शौचालयों की सफाई, रेलवे लाइन व स्टेशन पर सफाई की व्यवस्था बेहतर करने के लिए कहा। अब सूखा-गीला कचरा अलग-अलग ही देना होगा
निगम आयुक्त गोदारा ने सहयोग मांगते हुए कहा है कि सभी अपने मकान/संस्थान से निकलने वाले गीले कूड़े से खाद तैयार कर उनका प्रयोग घर में लगे हुए पौधो में करें ताकि पौधो के लिए खाद भी नहीं खरीदनी पड़े व गीले कूड़े का निष्पादन हो जाएं। घरेलू बायो मेडिकल कूड़ा, हानिकारक कूड़ा, सूखा कूड़ा अलग-अलग एकत्रित कर अलग-अलग ही नगर निगम की कूड़ा लेने वाली गाड़ी को दें।