खेरड़ी मोड पर लगे सिर्फ बेरिकेड, बाकी स्थानों पर अलर्ट दिखी पुलिस
इसे किसान आंदोलन की वजह कहे या फिर गणतंत्र दिवस को लेकर पुलिस की मुस्तैदी।
ललित शर्मा, कलानौर : इसे किसान आंदोलन की वजह कहे या फिर गणतंत्र दिवस को लेकर पुलिस की मुस्तैदी। कारण भले ही कोई भी हो, लेकिन मंगलवार रात कलानौर थाना पुलिस काफी हद तक अलर्ट नजर आई। दैनिक जागरण ने रात का रिपोर्टर अभियान के तहत मंगलवार रात कलानौर कस्बे की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। रोहतक-भिवानी हाईवे के साथ-साथ मुख्य चौराहों पर सुरक्षा बंदोबस्त का मुआयना किया। खास बात यह है कि खेरड़ी मोड को छोड़कर बाकी सभी मुख्य स्थानों पर पुलिस मुस्तैद दिखी। खेरड़ी मोड़ :
करीब 11 बजे रात का रिपोर्टर सबसे पहले खेरड़ी मोड पर पहुंचा। ठंड के कारण सभी अंदर दुबके हुए थे। शीतलहर के चलते सड़क सुनसान है। ट्रकों के चलने की आवाज खामोशी को तोड़ती नजर आ रही। यहां पर पुलिस के बेरिकेड तो सड़क पर जरूर लगे थे, लेकिन नाके पर कोई पुलिसकर्मी नजर नहीं आया। रिपोर्टर यहां पर करीब 20 मिनट तक रहा, लेकिन ना आम आदमी दिखा और ना ही पुलिस दिखी। कुल मिलाकर यहां पर सन्नाटा पसरा हुआ था। सत जीन्दा कल्याणा चौक :
11:30 बजे रिपोर्टर ने सत जीन्दा कल्याणा चौक की तरफ रूख किया। यहां पर जो नजारा दिखा वह राहत देने वाला था। पुलिसकर्मी चौक से गुजरने वाले वाहनों की चेकिग कर रहे थे। साथ ही उनके दस्तावेज भी चेक किए जा रहे थे। कस्बे के आसपास यह सबसे व्यस्त चौक है। हिसार, सिरसा से लेकर गुरुग्राम जाने वाले ट्रक और अन्य वाहन भी यहीं से होकर गुजरते हैं। ठंड अधिक होने के कारण पुलिस लोगों को घर जाने की भी नसीहत देती नजर आई। बेरी चौक :
रात करीब 12:10 बज चुके थे। रिपोर्टर ने काहनौर गांव के बेरी चौक की तरफ गाड़ी घूमा दी। यहां पर भी पुलिस व्यवस्था संतोषजनक दिखाई दी। पुलिस ने नाका लगाया हुआ था और तीन पुलिसकर्मी भी वहां पर तैनात थे। चौराहे से गुजरने वालों वाहनों की चेकिग भी की जा रही थी। शराब पीकर वाहन चलाने वालों की भी चेकिग की जा रही थी। कुल मिलाकर यहां पर भी पुलिस सतर्क नजर आई। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस पूरी तरह से मुस्तैद है। हर मुख्य चौराहे पर पुलिस की पीसीआर और राइडर गश्त करती है। इसके अलावा नाकों पर भी पुलिसकर्मी तैनात रहते हैं। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कोई लापरवाही नहीं की जा रही।
- सत्यवान नैन, थाना प्रभारी कलानौर