अधिकारी बरसाती पानी के संचय के लिए तत्परता से करें कार्य: एडीसी
अतिरिक्त उपायुक्त महेन्द्र पाल ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे सरकारी कार्यालयों में वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम पर तत्परता से कार्य करते हुए बरसाती पानी को सही तरीके से संचय करने के प्रबंध करें तथा इस जल का सदुपयोग करें। उन्होंने कहा कि पानी मनुष्य की सबसे अहम आवश्यकता है और बरसाती पानी को संचय करके काफी हद तक इसे पूरा किया जा सकता है।
जागरण संवाददाता, रोहतक: अतिरिक्त उपायुक्त महेन्द्र पाल ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे सरकारी कार्यालयों में वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम पर तत्परता से कार्य करते हुए बरसाती पानी को सही तरीके से संचय करने के प्रबंध करें तथा इस जल का सदुपयोग करें। उन्होंने कहा कि पानी मनुष्य की सबसे अहम आवश्यकता है और बरसाती पानी को संचय करके काफी हद तक इसे पूरा किया जा सकता है।
अतिरिक्त उपायुक्त महेंद्र पाल स्थानीय जिला विकास भवन स्थित डीआरडीए के हॉल में जल शक्ति अभियान विषय पर आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए सम्बंधित अधिकारियों को दिशा-निर्देश दे रहे थे। उन्होंने बैठक के दौरान उपस्थित सभी अधिकारियों से इस दिशा में किये गए कार्यो की विस्तृत रिपोर्ट लेते हुए समीक्षा की। अतिरिक्त उपायुक्त ने निर्देश दिए कि बरसाती पानी को तालाबों तक लाने के लिए नाली अथवा अन्य संसाधनों का ठीक से रख रखाव किया जाए और दूषित पानी को ट्रीट करते हुए उसका सदुपयोग करने की दिशा में काम किया जाए। उन्होंने इस मौके पर बरसाती पानी के भंडारण आदि विषयों पर बारीकी से पड़ताल करते हुए वन विभाग को अधिक से अधिक पौधारोपण करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने विभिन्न विभागों के अधिकारियों को विभाग से सम्बंधित प्रगति रिपोर्ट शीघ्र पोर्टल पर अपलोड करने के निर्देश दिए।
उन्होनें इस मौके पर जल संचय के लिए तैयार किए गए या तैयार किए जा रहे वाटर टैंक, तालाबों की मरम्मत के कार्य, बोरवेल, विभिन्न विभागों के कार्यालयों, पंचायती भूमि और सड़क मार्गो पर लगाए गए पौधों की संख्या आदि विषयों पर जानकारी लेते हुए जरूरी दिशा निर्देश जारी किए।
इस मौके पर जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी महेश कुमार, एक्सईएन रामनिवास व कार्यकम अधिकारी दर्शन राठी सहित सभी सम्बंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।