अब एचएसवीपी के कर्मचारियों ने खोला मोर्चा, नगर निगम में शिफ्ट होने से इन्कार
हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण(एचएसवीपी) के अधिकारियों ने नगर निगम के खिलाफ मोर्चा खोलने का फैसला लिया है।
जागरण संवाददाता, रोहतक: हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण(एचएसवीपी) के अधिकारियों ने नगर निगम के खिलाफ मोर्चा खोलने का फैसला लिया है। सरकार के फैसला का विरोध करते हुए कड़ी नाराजगी जताई है। यह भी कहा है कि यदि एचएसवीपी के अधिकारियों ने नगर निगम में कर्मचारियों को भेजने का प्रयास किया तो आंदोलन के विवश होंगे। यह भी नाराजगी जताई कि कच्चे कर्मचारियों को नौ-दस माह से वेतन नहीं दिया जा रहा है, जल्द से जल्द वेतन दिया जाए।
एचएसवीपी कर्मचारी यूनियन की सर्कल कमेटी की बैठक यूनियन कार्यालय सेक्टर-1 में सर्कल प्रधान जयभगवान चहल की अध्यक्षता में आयोजित हुई। संचालन सर्कल सचिव प्रदीप जांगड़ा ने किया। बैठक में सर्वसम्मति से फैसला लिया है कि हम किसी भी स्थिति में हमारे कर्मचारी नगर निगम में अपमानित होने के लिए नहीं जाएंगे।
एचएसवीपी कर्मचारी यूनियन (सर्कल कमेटी) की ढाई-तीन घंटे बातचीत हुई। जो 30 कर्मचारी नगर निगम रोहतक में भेजे गए थे उनको वापस लेते हुए फैसला लिया गया है। यह भी तय कर लिया है कि एचएसवीपी विभाग का कोई भी कर्मचारी नगर निगम में नहीं भेजा जाएगा। यदि भविष्य में अधिकारियों ने अपमानित करने के लिए हमें नगर निगम कार्यालय में भेजने का प्रयास किया तो इसे कर्मचारी किसी भी कीमत पर सहन नहीं करेंगे। यदि अधिकारी जबरदस्ती करने का प्रयास किया गया।
एचएसवीपी कर्मचारी धरना प्रदर्शन करेंगे। आर-पार की लड़ाई भी करने से पीछे नहीं हटेंगे और इसकी सारी की सारी जिम्मेवारी विभाग के उच्चाधिकारियों की होगी। बैठक में सत्यवान राठी, राजू थापा, बलजीत मकड़ौली, आनंद स्वरूप, मनबीर रावत, कमल, अजमेर, जयपाल देशवाल, रामनिवास, सतबीर, सोमपाल, जलकरण आदि शामिल रहे।